सिंगरौली/सोनभद्र। शनिवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की जीवन रक्षक सर्जरी हेतु “नन्हा-सा-दिल” पहल का शुभारंभ किया।
इस दौरान कंपनी के मुख्यालय में आयोजित कर्यक्रम के दौरान सीधी-सिंगरौली के माननीय सांसद, डॉ. राजेश मिश्र बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। साथ ही इस अवसर पर सीएमडी एनसीएल, श्री बी. साईराम, निदेशक (वित्त), श्री रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन), श्री जितेंद्र मलिक, श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी- श्री विवेक गौर, श्री रविकिरण श्रीपद, एनसीएल मुख्यालय से महाप्रबंधक एवं विभागाध्यक्ष तथा अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
निराशा के बीच से नवजीवन की आशा अंकुरित करने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा प्रोजेक्ट “नन्हा सा दिल” के लिए एनसीएल ने श्री सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल के साथ मिलकर बच्चों के जीवन रक्षक हृदय शल्य चिकित्सा के लिए हाथ बढ़ाया है।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित सीधी-सिंगरौली के माननीय सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने कहा कि श्री सत्य साई हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के साथ मिलकर एनसीएल ने ‘बाल हृदय जाँच और निवारण ‘ की दिशा में सार्थक कदम उठाया है जो सराहनीय है । इस अभिनव प्रयास से परिक्षेत्र में दिल की बीमारियों से पीड़ित बच्चों को निः शुल्क नवजीवन का उपहार मिलेगा। उन्होने यह भी कहा कि एनसीएल अब देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ साथ दिलों को भी ऊर्जा प्रदान करेगी ।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सीएमडी एनसीएल, श्री बी. साईराम ने कहा कि एनसीएल राष्ट्र को ईंधन देते हुए परिधीय समुदाय के समग्र विकास हेतु कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि प्रोजेक्ट ‘नन्हा सा दिल’ के मूल में मानवता और करुणा है। ‘नन्हा सा दिल’ पहल पर प्रकाश डालते हुए उन्होने कहा कि इससे परिक्षेत्र को स्वास्थ्य के क्षेत्र में नव आयाम मिलेगा।
इस दौरान श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री विवेक गौर ने प्रोजेक्ट “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” का संक्षिप्त परिचय रखा।
“नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” सीएसआर परियोजना के तहत एनसीएल ने श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के साथ एमओयू किया है जिसमें एनसीएल द्वारा सिंगरौली परिक्षेत्र में जन्मजात हृदय रोग-कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज (सीएचडी) से पीड़ित बच्चों के लिए 345 स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया जाएगा।
इन शिविरों के माध्यम से एनसीएल ने 17000 से अधिक बच्चों की हृदय रोग जांच का लक्ष्य रखा है तदुपरान्त आवश्यकतानुसार इको विश्लेषण और आगे उपचार हेतु विशेष रूप से स्थापित डायग्नोस्टिक सेंटर में भेजा जाएगा। इसके बाद हृदय रोग की पुष्टि होने पर मरीज बच्चों को श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के अस्पतालों में नि: शुल्क सर्जरी हेतु रेफर किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” सीएसआर परियोजना को समर्पित वैन को हरी झंडी दिखाकर परियोजना की औपचारिक शुरुआत की गई।
गौरतलब है कि भारत में हर साल लगभग 3 लाख बच्चे सीएचडी के साथ पैदा होते हैं जिनमें से इलाज़ के अधिक लागत के कारण 5% रोगी ही सर्जरी करवाने में सक्षम हो पाते हैं। परिक्षेत्र में निवासरत ज़रूरतमन्द बच्चों को बेहतर उपचार के अवसर एवं नवजीवन देने के उद्देश्य से ‘ओनली दिल-नो बिल’ की भावना के साथ, एनसीएल ने इस सीएसआर पहल की शुरुआत की है।