नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर लोगों के मन में दुख और आक्रोश है. आतंकी हमले को लेकर बॉलीवुड के कई स्टार्स ने इसकी आलोचना की है. इस पर अनुपम खेर, सलमान खान, शाहरुख खान, कंगना रनौत से लेकर दर्जनों सेलिब्रिटी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस टेरर अटैक की देशभर के लोग इस हमले की निंदा कर रहे हैं, वहीं मशहूर सितारे भी घटना पर अपनी संवेदनाएं जाहिर कर रहे हैं. इस कड़ी में ‘सनम तेरी कमस’, ‘गलियां’ जैसे गानों से मशहूर हुए सिंगर अंकित तिवारी का भी पोस्ट सामने आया है.
अंकित ने पीएम से सख्त एक्शन की अपील
उन्होंने हाल ही में अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने की अपील की है. सिंगर ने अपने पोस्ट में एक टूटते दिल की इमेज शेयर की और बैकग्राउंड में ‘सुन रहा है ना तू, रो रहा हूं मैं’ गाने का इस्तेमाल किया है. उन्होंने लिखा, ‘पीएम मोदी जी, ये आखिरी हरकत होनी चाहिए इन बुजदिलों की… क्या कसूर था मेरे हमवतनों का? अपने देश में सांस लेना क्या अब इतना महंगा हो गया है? मैं हिन्दू हूं!’ साथ ही आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
सलमान- शाहरुख ने भी जाहिर किया आतंकी हमले पर गुस्सा
बता दें कि अंकित से पहले भी बॉलीवुड की कई और हस्तियों ने भी पहलगाम आतंकी हमले पर गुस्सा जाहिर किया है. सलमान खान ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है, लेकिन अब यह नर्क में बदलता जा रहा है. निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, मेरी संवेदनाएं उनके परिवार वालों के साथ हैं. एक भी मासूम को मारना पूरी कायनात को मारने के बराबर है.’ बता दें कि सलमान से पहले शाहरुख खान ने भी हमले की निंदा की थी और पोस्ट में लिखा था, ‘पहलगाम में हुई हिंसा पर दुख और गुस्से को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. ऐसे समय में, हम केवल भगवान से पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर सकते हैं. हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर मजबूत बनें.’
आशीष विद्यार्थी ने बयां किया दुख
एक्टर आशीष विद्यार्थी ने कहा कि वो इस घटना से शॉक्ड हैं. उन्होंने लिखा, ‘शॉक्ड हूं… पीड़ित परिवारों और प्रियजनों के प्रति संवेदना, हिम्मत और मानवता में विश्वास बनाए रखें.’ वहीं रणदीप हुड्डा ने लिखा, ‘पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवार के साथ हैं. हमें इस तरह के आतंकवादी हमलों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए. प्रभावित सभी लोगों को ईश्वर ताकत दें, उनके लिए प्रार्थनाएं. न्याय शीघ्र होना चाहिए, हमारे लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए.’
टेरर अटैक के खिलाफ पूरा देश
पहलगाम हमले ने एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और संघर्ष-ग्रस्त क्षेत्रों में नागरिक जीवन के लिए लगातार बढ़ते खतरों के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं. अंकित जैसे सार्वजनिक व्यक्तित्वों के लिए, जो आमतौर पर संगीत और मनोरंजन के लिए अपने मंचों का उपयोग करते हैं, लेकिन टेरर अटैक ने सभी के स्वर में इस तरह का बदलाव देश भर में महसूस किए गए दर्द की गहराई को बयां करता है. अंकित तिवारी का संदेश न केवल एक व्यक्तिगत आक्रोश के रूप में, बल्कि व्यापक सार्वजनिक भावना के प्रतिबिंब के रूप में गूंजता है. एक कलाकार और एक नागरिक के रूप में, वह बार-बार होने वाली हिंसा के सामने कई लोगों द्वारा महसूस की जाने वाली थकावट को व्यक्त करते प्रतीत होते हैं.