Varuthini Ekadashi 2025: वरूथिनी एकादशी एक पवित्र व्रत है जो हर वर्ष वैशाख माह के कृष्ण पक्ष के दौरान मनाया जाता है. वरुथिनी एकादशी का व्रत श्रद्धा और भक्ति के साथ करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है.
इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से अत्यंत आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं, पुराने पापों का क्षय होता है और दुर्भाग्य से रक्षा मिलती है. बिगड़े काम बन जाते हैं. यह व्रत विनम्रता, आत्म-अनुशासन और भक्ति की भावना को भी बढ़ावा देता है.
वरुथिनी एकादशी के उपाय
रुके कामों को मिलेगी गति – वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु का गन्ने के रस से अभिषेक करें. मान्यता है इससे कार्यों में आ रही बाधाओं का नाश होता होता है. दुश्मन आपके बनते कार्य में अड़ंगने नहीं डाल पाता. धन लाभ के विशेष योग बनते हैं. साथ ही भगवान विष्णु की पूजा के सामने कुछ सिक्के भी रख दें, इसके बाद सिक्कों को लाल कपड़े में बांधकर धन के स्थान जैसे तिजोरी या अलमारी में रख दें. इससे बरकत बनी रहती है
मां लक्ष्मी पधारेंगी द्वार– वरुथिनी एकादशी की रात घर के मंदिर में भगवान नारायण के सामने 9 बत्तियों वाला दीपक जलाएं. दीपक बड़ा उपयोग करें ताकि रातभर दीपक जलता है. इस उपाय के करने से आर्थिक प्रगति होती है, मां लक्ष्मी दौड़ी चली आती हैं. घर में स्थाई रूप से ठहर जाती है.
विवाह के लिए वर – वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु को शीघ्र प्रसन्न करने और उनसे मनचाहा वर पाने के लिए उनकी पूजा में लगाए जाने वाले भोग में उस तुलसी के पत्ते को जरूर चढ़ाएं, जिसे हिंदू धर्म में विष्णुप्रिया कहा गया है.
कर्ज से मुक्ति – अगर आप लंबे समय से कर्ज के बोझ से परेशान हैं तो एकादशी के दिन स्नान आदि के बाद पीपल के वृक्ष पर 11 बार कच्चा सूत लपेटते हुए परिक्रमा करें. परिक्रमा पूरी होने के बाद पीपल की जड़ में जल अर्पित करें और हाथ जोड़कर कर्ज से जल्दी मुक्ति पाने के लिए प्रार्थना करें.
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