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Jewel Thief Movie Review: सैफ अली खान, जयदीप अहलावत, निकिता दत्ता और कुणाल कपूर स्टारर फिल्म ‘ज्वेल थीफ- द हाइस्ट बिगिन्स’ आज नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. यह एक फुल एंटरटेनिंग फिल्म है, जिसका लुत्फ आप इस वीकें…और पढ़ें
25 अप्रैल 2025 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ‘ज्वेल थीफ’.
ज्वेल थीफ 3.5
Starring: सैफ अली खान, जयदीप अहलावत, निकिता दत्ता, कुणाल कपूर और अन्यDirector: कूकी गुलाटी और रॉबी ग्रेवालMusic: शेजान शेख
‘ज्वेल थीफ- द हीस्ट बिगिन्स’ एक शानदार थ्रिलर एक्शन ड्रामा फिल्म है, जो एक डकैती पर बेस्ड है. इस फिल्म की कहानी का असली दिल और आत्मा रहस्यमयी फराह है, जिसे निकिता दत्ता ने शानदार ढंग से निभाया है. कहानी चतुर चोर रेहान रॉय (सैफ अली खान) और खतरनाक गैंगस्टर राजन औलाख (जयदीप अहलावत) के बीच एक बड़ी हीरे की चोरी के इर्द-गिर्द घूमती है, लेकिन यह निकिता दत्ता की फराह ही है जो अपनी उपस्थिति और प्रतिभा से हर दृश्य को रोशन करती है. उनका अभिनय फिल्म में हर कड़ी को शानदार तरीके से जोड़ता है, जिससे उनका अभिनय फिल्म का सबसे यादगार पहलू बन जाता है.
सिद्धार्थ आनंद के प्रोडक्शन हाउस की यह फिल्म शानदार लोकेशन के मामले में उनकी पिछली फिल्मों की विरासत को आगे बढ़ाती है. कुशलता से फिल्माए गए एक्शन और रोमांचकारी पीछा करने के दृश्य मनोरंजन की अच्छी खुराक देते हैं, लेकिन इस मनोरंजक मिश्रण में जो सबसे ज्यादा चमकता है, वह है निकिता दत्ता का करिश्मा. फिल्म में उतार-चढ़ाव दर्शकों को बांधे रखते हैं और फिल्म का दूसरा भाग भी उतना ही रोमांचकारी है, लेकिन निकिता दत्ता ही हैं जो फिल्म को एक खास पहचान और आकर्षण देती हैं.
सिद्धार्थ आनंद की सिनेमाई दुनिया में अपनी शुरुआत करते हुए, निकिता दत्ता ने फराह के किरदार में क्लासिक बॉलीवुड हीरोइन के आकर्षण और आधुनिक संवेदनशीलता का अद्भुत मिश्रण पेश किया है. उन्होंने अपने पावरफुल एक्शन दृश्यों से दर्शकों को पूरी तरह से बांधे रखा है, हालांकि उनके किरदार को और भी दमदार संवाद और अधिक विकसित कहानी मिल सकती थी, लेकिन निकिता दत्ता ने हाई-ऑक्टेन एक्शन और इमोशनल सीन दोनों में अपनी योग्यता साबित की है. उनकी ऑन-स्क्रीन उपस्थिति इतनी आकर्षक है कि उनसे नजर हटाना मुश्किल है.
सिद्धार्थ आनंद की मूल कहानी एक सीधी-सादी डकैती पर आधारित है, जबकि अनीशा रायसुराना और नील बाल्थाजार की जटिल पटकथा दर्शकों को अंत तक बांधे रखने में कामयाब होती है. फिल्म में फराह, रेहान और राजन के बीच जटिल संबंधों और उनके असाधारण कौशल की उत्पत्ति सहित प्रमुख पात्रों की पृष्ठभूमि को कुशलता से उजागर किया गया है. कुशलता से बुने गए फ्लैशबैक और महत्वपूर्ण घटनाएं कहानी को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाती हैं, लेकिन यह निकिता दत्ता की फराह है जो हर रहस्य को और भी दिलचस्प बनाती है.
रायसुराना और बाल्थाजार ने स्क्रिप्ट में कई अप्रत्याशित मोड़ डाले हैं, जो दर्शकों को आखिरी क्षण तक अनुमान लगाने पर मजबूर करते हैं और इन सभी मोड़ों के बीच, निकिता दत्ता का प्रदर्शन एक स्थिर और आकर्षक केंद्र बना हुआ है. फिल्म शुरुआती क्रेडिट से लेकर रोमांचकारी क्लाइमैक्स तक तेज गति बनाए रखती है और डकैती के दृश्यों के लिए अपनाए गए नए दृष्टिकोण ने ताजगी और उत्साह जोड़ा है. यह फिल्म इस शैली में एक उल्लेखनीय योगदान है, और लेखक और निर्देशक ने इन महत्वपूर्ण क्षणों के दौरान तनाव और रहस्य पैदा करने में सफलता पाई है.
निर्माता सिद्धार्थ आनंद की निर्देशन शैली ‘मिशन इम्पॉसिबल’ और ‘केजीएफ’ जैसी ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइजी से प्रेरित है, और उन्होंने परिचित लेकिन प्रभावी सिनेमाई तत्वों को कुशलता से एकीकृत किया है. फिल्म में अच्छी तरह से कोरियोग्राफ किए गए एक्शन सीक्वेंस हैं, लेकिन यह निकिता दत्ता का सहज आकर्षण और स्क्रीन प्रेजेंस है जो हर एक्शन सीन को और भी मजेदार बनाता है. सैफ अली खान और जयदीप अहलावत के बीच की केमिस्ट्री भी अच्छी है, लेकिन निकिता दत्ता की चमक इन सबके बीच सबसे अलग है. कुल मिलाकर देखा जाए तो यह एक फुल एंटरटेनिंग फिल्म है. मेरी ओर से फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार.