सोनभद्र/एबीएन न्यूज। घोरावल के पंचायत भवन तिलौलीकलां का विधायक घोरावल डॉ अनिल कुमार मौर्य, जिलाधिकारी श्री बी0 एन0 सिंह द्वारा निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत सचिव कक्ष, ग्राम पंचायत कक्ष के स्थिति का जायजा लिया और उपस्थित ग्रामीणों से वार्ता कर पंचायत भवन में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया। इस मौके पर निःशुल्क खाद्यान्न वितरण दुकान का निरीक्षण किया गया और कोटेदार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार मीणा, जिला विकास अधिकारी श्री हेमन्त कुमार सिंह, डी0 सी0 मनरेगा, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, ग्राम प्रधान महिमा सिंह, अधिकारी व जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहें। इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम के विकास के सम्बन्ध में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, डीपीआरओ से जानकारी प्राप्त किये, तो उनके द्वारा बताया गया कि जनपद में सफलता के विकास की मिसाल बनी है ग्राम पंचायत तिलौलीकलॉ, विकासखंड घोरावल के अन्तर्गत ग्राम पंचायत तिलौली कला ने अपने सतत विकास और समर्पित प्रयासों से एक आदर्श पंचायत का स्वरूप ग्रहण कर लिया है। विकास की यह कहानी सिर्फ ईंट-पत्थरों की नहीं, बल्कि ग्रामीणों की आशाओं, भागीदारी और समर्पण की जीवंत तस्वीर है, एक प्रयास, हजारों मुस्कानें पंचायत की बदलाव यात्रा, एक स्थान से अनेक सुविधाएं, ग्राम पंचायत तिलौली कला में ग्रामीणों की सुविधाओं को एक ही परिसर में एकत्र कर नागरिकों को सहूलियत प्रदान की है। पंचायत भवन, मिनी पार्क, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सीएससी सेंटर, पुस्तकालय, अन्नपूर्णा भवन, अर्न्त्यस्थी स्थल का निर्माण कर गाँव को एक संपूर्ण सुविधा केंद्र में बदल दिया गया है, गांव की सोच, गांव का विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल को मिल रहा है बढ़ावा, गाँव में बच्चों के समग्र विकास हेतु खेल मैदान की स्थापना की गई है, दो आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा और पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं उनके द्वार पर उपलब्ध करा रहा है, मनरेगा से बदली गाँव की तस्वीर, ग्राम पंचायत में जल संरक्षण हेतु अमृत सरोवर का निर्माण किया गया है और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से लगभग 2000 पौधों का रोपण किया गया है, बरसात के पानी को नालियों के माध्यम से तालाबों में जोड़कर जल संवर्धन की दिशा में सशक्त पहल की गई है, स्वच्छता से सम्मान तक एक गांव की स्वच्छता यात्रा, ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय व व्यक्तिगत शौचालय बनाकर खुले में शौच की प्रवृत्ति पर रोक लगाई गई है, स्वच्छता और कचरा प्रबंधन में नवाचार ग्राम ठोस प्रबंधन के लिए, खाद गड्ढे, कचरा पात्र और कूड़ा संग्रहण केंद्र की स्थापना कर स्वच्छता को प्राथमिकता दी गई हैं, डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण करके 450 रुपये की आय प्राप्त की गयी है, तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए ग्रे वाटर को रोकने के लिए निम्न घटक बनाये गए है, हैंडपंप सोक पिट, सामुदायिक सोक पिट नाली, नवाचार से नव निर्माण तक पंचायत की सफलता गाथा, सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता गरीब परिवारों की बेटियों के लिए विवाह भवन का निर्माण कराया गया है, जिससे समाज में समानता और सहारा देने की भावना को बल मिला है, भजन-कीर्तन व रामलीला के आयोजन हेतु रामलीला मंच का निर्माण कर परंपराओं को जीवंत रखा गया है, तिलौली कला प्रेरणा की मिसाल है, ग्राम पंचायत तिलौली कला की यह विकास यात्रा अन्य ग्राम पंचायतों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुकी है। संसाधनों के समुचित उपयोग, जनभागीदारी और दूरदर्शिता ने इस गाँव को आत्मनिर्भर और विकसित पंचायतों की अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया है।

इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी के माध्यम से विकास हेतु किये गये कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ग्राम सभा को आदर्श ग्राम सभा के रूप में जाना जाये और जनपद की अन्य ग्राम पंचायतों में भी इसी प्रकार से केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से जन-जन को लाभान्वित करने हेतु विशेष अभियान चलाया जाये, ग्राम सचिवालयों के माध्यम से सरकार की योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया जाये।