लखनऊ/एबीएन न्यूज। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल द्वारा यात्री सुविधाओं के विस्तार और परिचालनिक सुगमता के लिए गोंडा-बुढ़वल खंड (61.72 किमी) पर तीसरी रेल लाइन निर्माण के द्वितीय चरण में करनैलगंज–घाघरा घाट (21.77 किमी) खंड का संरक्षा निरीक्षण किया गया। रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिमंडल श्री प्रणजीव सक्सेना ने निरीक्षण के दौरान घाघरा घाट रेलवे स्टेशन से लेकर करनैलगंज तक नई विद्युतीकृत तीसरी रेल लाइन के मानकों की गहन समीक्षा की। निरीक्षण में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) श्री अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण श्री ओ.पी. सिंह, मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ मंडल श्री गौरव अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण में यार्ड प्लान, प्लेटफॉर्म क्लियरेंस, सिग्नलिंग, पैनल इंटरलॉकिंग, रिले रूम, बैटरी रूम तथा संरक्षा दस्तावेजों की गहन पड़ताल की गई। रेल संरक्षा आयुक्त ने स्टेशन मास्टर से संरक्षा से जुड़े प्रश्न पूछकर उनकी कार्यकुशलता भी परखी।
घाघरा घाट–जरवल रोड–करनैलगंज स्टेशनों के मध्य समपार फाटकों, मेजर और माइनर ब्रिज, अंडरपास तथा सभी क्रॉसिंग प्वाइंट का मानक के अनुरूप निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में सभी गेटमैन की कार्यशीलता एवं सजगता पर विशेष ध्यान दिया गया।

इस तीसरी रेल लाइन के चालू होने से इस खंड पर अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा। यात्रा समय में कमी आने के साथ-साथ क्षेत्रीय आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। विद्युतीकरण से पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा।
निरीक्षण का अंतिम चरण 4 जुलाई 2025 को सरयू–करनैलगंज खंड में किया जाएगा। इसके साथ ही करनैलगंज–घाघरा घाट खंड पर स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल भी संपन्न किया जाएगा। इस अवसर पर लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर, सिग्नल एवं दूरसंचार, विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।