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Abhijeet Bhattacharya Birthday: अभिजीत भट्टाचार्य की आवाज ने शाहरुख खान के रोमांटिक गानों को अमर बना दिया था. 90 के दशक में दोनों की जोड़ी ने बॉलीवुड में रोमांस का नया दौर शुरू किया.
बॉलीवुड के रोमांटिक गानों के दौर में शाहरुख खान के ऑनस्क्रीन रोमांस को और भी दिलकश बनाने में अभिजीत भट्टाचार्य की आवाज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी मधुर आवाज ने शाहरुख के गानों को जीवंत बना दिया और दर्शकों के दिलों में लंबे समय तक जगह बनाई. शाहरुख के रोमांटिक गानों को अभिजीत की आवाज के बिना अधूरा माना जाता था. यही कारण है कि शाहरुख खान के रोमांस के बादशाह बनने में अभिजीत की अहम भूमिका रही.
वो फोन, जिसने बदल दी जिंदगी

1981 में अभिजीत ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई करने के लिए मुंबई का रुख किया, लेकिन उनका दिल हमेशा संगीत में था. मुंबई आने के बाद उनका करियर धीरे-धीरे सिंगिंग की ओर बढ़ा. उस समय उन्हें एक बेहद खास शख्सियत का फोन आया, जो उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. मशहूर संगीतकार आर.डी. बर्मन ने उन्हें देव आनंद के बेटे की फिल्म ‘आनंद और आनंद’ के लिए गाने का ऑफर दिया. इस अवसर से अभिजीत ने बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा.
इन फिल्मों के लिए गाए गाने
अभिजीत ने 1983 में फिल्म ‘मुझे इंसाफ चाहिए’ के लिए ‘प्रेम दूत आया’ गाना गाया. शुरुआती वर्षों में उन्हें कई छोटे-मोटे प्रोजेक्ट्स मिले. फिर 1990 के दशक में उनका करियर जबरदस्त तरीके से चमका. उन्होंने ‘वादा रहा सनम’ जैसी हिट गाने दिए, जो अक्षय कुमार पर फिल्माए गए और दर्शकों के दिल में जगह बना ली. इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में अपनी आवाज दी, जैसे ‘खिलाड़ी’, ‘शोले और शबनम’, ‘राजा बाबू’, ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’, ‘डर’, ‘तीसरा कौन’, और ‘फूल और अंगार’.
शाहरुख खान की बने आवाज
शाहरुख खान के साथ अभिजीत का तालमेल बेहद खास रहा. शाहरुख की फिल्मों में उनकी आवाज ने गानों में जान डाल दी. उन्होंने ‘मैं कोई ऐसा गीत…’, ‘वो लड़की जो सबसे अलग है’, ‘चलते चलते’, ‘मैं हूं ना’, ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’, ‘अंजाम’, ‘जोश’, और ‘बादशाह’ जैसी फिल्मों में शाहरुख के लिए अपनी आवाज दी. उनके गाने इतने मशहूर हुए कि लोग शाहरुख के रोमांटिक अंदाज को अभिजीत की आवाज से जोड़ने लगे.
शाहरुख को रोमांस का बादशाह बनाने में बड़ी भूमिका निभाई
अभिजीत ने अपने अंदाज और मिठास से शाहरुख को रोमांस का बादशाह बनाने में बड़ी भूमिका निभाई. अभिजीत को उनके शानदार योगदान के लिए कई पुरस्कार भी मिले. ‘मैं कोई ऐसा गीत…’ के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड मिला. उन्होंने बॉलीवुड के अलावा बंगाली फिल्मों में भी गाने गाए और कई स्टेज शोज किए.
धीरे धीरे हुए गायब
वक्त बदलने के साथ-साथ अभिजीत की बॉलीवुड में सक्रियता कम हो गई. 2010 के बाद उन्हें बड़े प्रोजेक्ट्स कम मिलने लगे. उन्होंने कॉन्सर्ट्स और रियलिटी शोज में जज बनकर अपनी उपस्थिति बनाए रखी. उनकी आवाज आज भी श्रोताओं के दिलों में जिंदा है और शाहरुख खान के रोमांटिक गानों का जादू उनके बिना अधूरा लगता है.

न्यूज 18 हिंदी में सीनियर सब एडिटर के तौर पर काम कर रहीं वर्षा का डिजिटल मीडिया में 8 सालों का अनुभव है। एंटरटेनमेंट रिपोर्टिंग, लेखन, फिल्म रिव्यू, इंटरव्यू और विश्लेषण इनकी विशेषज्ञता है। वर्षा ने जामिया मिल्…और पढ़ें
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