आर्मी जवान
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी।
विस्तार
ताजनगरी आगरा में फौज में भर्ती कराने के नाम पर युवक के साथ 21 लाख रुपये की ठगी की गई थी। मामले में सोमवार को पहली गिरफ्तारी हुई है। बाह पुलिस ने पछायगांव (इटावा) के सिकंदरपुर गांव के आरोपी संजय उर्फ लवली को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। ठग गिरोह ने उसे फर्जी नियुक्तिपत्र थमा दिया था।
मामला बाह क्षेत्र के मुढ़ियापुरा गांव का है। गांव निवासी शैलेंद्र कुमार 25 दिसंबर 2020 को फौज में भर्ती होने के लिए फतेहगढ़ गया था। उसने पुलिस को बताया कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान इटावा के पछांय गांव के सतेंद्र कुमार, लवली, दिल्ली के संगम बिहार के पुष्पेंद्र सिंह, बबीता यादव, मुरैना के रामचरन का पुरा के प्रदून सिंह, आगरा के दिनेश कुमार, राहुल कुमार से मुलाकात हुई थी। इन लोगों ने फौज में भर्ती के नाम पर करीब 21 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कराकर ठगी की थी।
पीड़ित ने बताया कि सतेंद्र उसके घर पर आया और पिता सुरेंद्र सिंह के खाते से अपने फोन पे में 3.80 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। बबीता यादव ने अपने फोन पे खाते में 4 लाख 18 हजार 240 रुपये ट्रांसफर कराए। दिनेश ने उसके घर पर आकर अपने फोन पे से 5.50 लाख रुपये लिए। फर्जी नियुक्तिपत्र थमा दिया था। बाह पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। प्रभारी निरीक्षक बाह ने बताया कि आरोपी संजय उर्फ लवली को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। दूसरे आरोपियों की तलाश की जा रही है।
ब्लॉक एकाउंट का थमा दिया 10 लाख का चेक
फौज में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य राहुल कुमार पर पीडि़त शैलेंद्र ने रकम वापसी का दवाब बनाया तो उसे 18 जुलाई 2022 को एक्सिस बैंक की भिंड शाखा का 10 लाख रुपये का चेक थमा दिया। शैलेंद्र ने 19 जुलाई को केनरा बैंक की बाह शाखा में चेक भुगतान के लिए पेश किया तो बैंक ने एकाउंट ब्लॉक का कारण बताकर 20 जुलाई को चेक लौटा दिया। गिरोह के सदस्य कई बार पीड़ित के घर पर आकर रुपये लौटाने का झांसा देते रहे।