Varanasi News
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श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के आंकड़ों ने नया कीर्तिमान रच दिया है। वहीं, धाम क्षेत्र के आसपास के मोहल्लों में रहने वाले महीने भर से सांसत में जीने को विवश हैं। गलियों की 500 मीटर की दूरी तय करने में 45 मिनट से अधिक का समय लग रहा है।
मंदिर से सटे इलाके में रहने वाली लगभग 30 हजार की आबादी इस समस्या से दो-चार हो रही है। मंगला आरती से दर्शन पूजन का जो सिलसिला शुरू होता है वह शयन आरती तक अनवरत 19 घंटे तक चलता रहता है। सुबह 6 बजे से लेकर दिन में 2 बजे तक भीड़ का दबाव सबसे अधिक रहता है। इसके बाद शाम को 4 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक सड़क से लेकर गलियां श्रद्धालुओं से जाम रहती हैं।
इस दौरान स्थानीय लोगों का अपने घरों से निकलना मुश्किल हो जा रहा है। चैत्र के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ ने सावन का रिकॉर्ड बना दिया है। मार्च के महीने में बाबा विश्वनाथ के 95.63 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
क्या बोले लोग
- बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। गली से सड़क तक की 500 – मीटर की दूरी तय करने में 40 से 50 मिनट लग 5 जाते हैं। -वीना मिश्रा, कालिका गली
- आए दिन दुर्व्यवहार होता है। भीड़ के कारण विश्वनाथ गली की हालत तो सबसे ज्यादा खराब है। वाहन निकालना भी मुश्किल है। -पिंटू गौड़, विश्वनाथ गली
- श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से गलियों में रहने वालों की सांसत बढ़ गई है। सुरक्षाकर्मी भी कोई मदद नहीं करते हैं। -त्रिभुवन यादव, मीरघाट
- भीड़ का दबाव बढ़ने पर हम लोगों को ही भीड़ को नियंत्रित भी करना पड़ता है। इधर कुछ दिनों से समस्या काफी बढ़ गई हैं। -विकास गोस्वामी, दशाश्वमेध