पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का फाइल फोटो
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जनता पार्टी में 1977 के दौर में अंदरूनी संकट पैदा हो गया था। देश के गृहमंत्री रहे चौधरी चरण सिंह ने यूपी की जनता पार्टी के पर्यवेक्षक पद से इस्तीफा दे दिया था। वे पार्टी प्रत्याशियों के चयन के तौर-तरीके से नाराज हो गए थे। बाद में पार्टी के नेताओं के मनाने पर उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया था।
अमर उजाला के 15 मई, 1977 के अंक में प्रकाशित समाचार के अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए चरण सिंह को जनता पार्टी ने यूपी का पर्यवेक्षक बनाया था। प्रत्याशियों के चयन के ढंग से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
चरण सिंह कांग्रेस फॉर डेमोक्रेसी को नापंसद करते थे। वह चाहते थे कि सीएफडी को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाए। उनके त्यागपत्र से पार्टी में गतिरोध पैदा हो गया। मेरठ से दिल्ली पहुंच कर समर्थकों ने जनता पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर के निवास पर प्रदर्शन किया।
पार्टी के महामंत्री रामकृष्ण हेगड़े ने उनसे इस्तीफा वापस लेने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्री राजनारायण, पीलू मोदी और दिनेश सिंह चरण सिंह की मान मनौव्वल में लग गए। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया।