ऋषि सुनक
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ब्रिटेन में साल के अंतिम छह महीनों में आम चुनाव हो सकते हैं। इसके संकेत खुद प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दे दिए हैं। हाल के महीनों में ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने मई में चुनाव की संभावना से इनकार कर दिया था और संकेत दिया था कि इस साल के आखिरी में चुनाव कराए जा सकते हैं। इस बीच, एक और सर्वे में चौंकाने वाला दावा किया गया है। इसमें कहा गया है कि आगामी आम चुनाव में ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक की सीट भी खतरे में है।
बुधवार को YouGov द्वारा 18000 लोगों पर किए गए नए सर्वे में कहा गया है कि आगामी आम चुनावों में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी का इस बार सफाया हो जाएगा। वहीं, इसमें विपक्षी लेबर पार्टी के लेकर कहा गया है कि वह 403 सीटें जीत सकती है। इस नए सर्वे में कहा गया है कि सर्वे से मिले निष्कर्ष बताते हैं कि इस बार होने वाली हार 1997 में पूर्व टोरी प्रधानमंत्री जॉन मेजर के शासनकाल से भी बुरी होगी। जब टोनी ब्लेयर के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी ने उन्हें हराया था। तब टोरी पार्टी को 165 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, ब्लेयर ने 659 हाउस ऑफ कॉमन्स सीटों में से 418 सीटें जीतीं थीं।
बेस्ट फॉर ब्रिटेन के सर्वे में भी हुआ था यही दावा
इससे पहले आए बेस्ट फॉर ब्रिटेन के सर्वे में तो यहां तक कहा गया था कि प्रधानमंत्री सुनक खुद अपनी सीट भी नहीं बचा पाएंगे। उस सर्वे में कहा गया था कि पता चला है कि देश में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को इस साल के अंत में होने वाले आम चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक अपनी उत्तरी यॉर्कशायर सीट भी शायद ही बचा पाएं। बेस्ट फॉर ब्रिटेन ने इस सर्वे से पहले 15,029 लोगों की राय ली थी। जिसके आधार पर तैयार रिपोर्ट में विपक्षी लेबर पार्टी को 45 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कंजर्वेटिव की तुलना में 19 अंकों की बढ़त के साथ शीर्ष पर रखा गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि आगामी चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी की संभावनाए अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि वे इस बार 100 से भी कम सीटें जीत रहे हैं, वहीं, विपक्षी लेबर पार्टी को इसका खासा फायदा मिलेगा। लेबर पार्टी इस बार 468 सीटें जीत सकती है।
सर्वे के मुताबिक, इस बार 28 मौजूदा कैबिनेट सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं, उनमें से भी केवल 13 ही दोबारा चुने जाएंगे। इस सर्वे को लेकर पूर्व ब्रेक्सिट सचिव और सुनक के बड़े आलोचक लॉर्ड डेविड फ्रॉस्ट ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नवीनतम सर्वेक्षण आंकड़ों से पता चलता है कि कंजर्वेटिव पार्टी हताशा का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि मतदान समय के साथ बदतर होता जा रहा है, बेहतर नहीं।”
सत्ता-विरोधी लहर से जूझ रही सुनक की पार्टी
इस बीच, चुनाव से पहले आए अधिकांश सर्वे में कंजर्वेटिवों के मुकाबले लेबर पार्टी को आरामदायक बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है। मौजूदा समय में पार्टी सियासी उथल-पुथल, रोजमर्रा की वस्तुओं में बढ़ती लागत के संकट और बढ़ते आप्रवासन के बीच सत्ता-विरोधी लहर से जूझ रही है।