गर्मी और लू का प्रकोप
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रविवार को देश के बड़े हिस्से में लू का कहर देखने को मिला। इस दौरान कई जगह अधिकतम तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा, रायलसीमा, गंगा तटीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 42-45 डिग्री दर्ज किया गया।
कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंचा
मौसम विभाग ने बताया कि बिहार, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर 40-42 डिग्री सेल्सियस रहा। उप हिमालयी बंगाल, सिक्किम, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना में तापमान सामान्य से 2-4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस महीने यह लू का दूसरा चरण है। इससे पहले ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात भी लू की चपेट में आ चुके हैं।
रविवार को झारखंड के बाहरगोरा में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस, ओडिशा के बरिपादा में अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस और बंगाल के बांकुरा में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं विदर्भ के वाशिम में अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री दर्ज किया गया। जब मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय इलाकों में 37 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो तेज हवाओं के साथ ये तापमान भीषण लू का कारण बनता है।
अप्रैल से जून के बीच पड़ेगी भीषण गर्मी
अल नीनो प्रभाव के चलते मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि इस साल अप्रैल से जून के बीच भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल में अभी एक से तीन दिन लू का कहर और देखने को मिल सकता है। अप्रैल से जून के बीच 10-20 दिन लू चल सकती है। बढ़ती गर्मी से देश में पीने के पानी और बिजली का संकट बढ़ सकता है।