प्रतीकात्मक तस्वीर
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दिल्ली से खाड़ी देशों और दक्षिण अफ्रीका में प्रतिबंधित मांस की सप्लाई करने वाले बड़े नेटवर्क का एसटीएफ ने खुलासा किया है। अपनी गाड़ियों से प्रतिबंधित मांस को दिल्ली से चेन्नई और हैदाराबाद भेजने वाले दिल्ली के जनकराज शर्मा को तीन दिन पहले लखनऊ से गिरफ्तार करने के बाद एसटीएफ ने बुधवार को इस नेटवर्क के मास्टरमाइंड अतीक अहमद के भाई लईक को जालौन से दबोच लिया। मूल रूप से बिजनौर निवासी लईक की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
जालौन में बीते वर्ष दिसंबर में प्रतिबंधित मांस से भरा कंटेनर बरामद किया गया था, जिससे खाड़ी देशों में इसे सप्लाई करने वाले सिंडीकेट के बारे में सुराग मिला था। एडीजी कानून-व्यवस्था एवं एसटीएफ अमिताभ यश ने एएसपी एसटीएफ दिनेश सिंह को इस मामले की जांच सौंपी, जिसके बाद गाड़ी मालिक जनकराज शर्मा को 21 अप्रैल को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ में लईक की जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ के उप निरीक्षक अमित कुमार तिवारी ने उसे जालौन से गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली के जगतपुरी ईस्ट इलाके में रहने वाले लईक ने पूछताछ में बताया कि 20 दिसंबर को जालौन में पकड़े गए कंटेनर में मिला प्रतिबंधित मांस सी-फूड के नाम की बिल्टी बनवाकर चेन्नई भेजा जा रहा था। यह हैदराबाद की शामेन लाॅजिस्टिक लिमिटेड जा रहा था। उसने बताया कि वह लगभग 13 सालों से मीट का कारोबार कर रहा है। उसके पिता भी यह काम करते थे। बाद में वह अपने भाई अतीक और बेटे जुबैर के साथ मिलकर दिल्ली से यह काम करने लगा। वर्ष 2019 से पूर्व इसके भाई अतीक अहमद का सहसपुर, बिजनौर में स्लाटर हाउस था। उसकी कंपनी अल जुबैर फूड का सालाना टर्नओवर लगभग 20-22 करोड़ रुपये है।
पश्चिम बंगाल, बिहार से मंगवाते थे
उसने बताया कि वह पश्चिम बंगाल और बिहार से प्रतिबंधित मांस मंगाकर उसे हैदराबाद के शोमेन लाॅजिस्टिक लिमिटेड में स्टोर कराता है। पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर में इसके भाई नईम के बेटे वामिस की फर्म है, जिसकी देखरेख इसका छोटा भाई अतीक करता है। वहां से 7-10 दिन में एक गाड़ी माल निकलता है। स्थानीय स्लाटर हाउस से बीफ लेकर प्रोसेसिंग (हड्डी अलग करना) कराकर उसकी पैकिंग करके कंटेनर के माध्यम से फारबिसगंज, गोपालगंज, (बिहार) कुशीनगर, बस्ती, फैजाबाद, कानपुर देहात, कालपी के रास्ते चेन्नई भेजा जाता है। चेन्नई से खाड़ी देशों एवं दक्षिण अफ्रीका में भेजा जाता है। हैदराबाद एवं दिल्ली से भी इसी तरह मीट की खेप भेजी जाती है। इसे भेजने का काम अतीक अहमद करता है। वहीं गुलजार और युसुफ एवं बेटा जुबैर भी यही काम करते हैं। जुबैर का ओखला में शामियाना रेस्टोरेन्ट है।