पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह
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पूर्वांचल के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाने वाले विधान परिषद सदस्य यशवंत की पुनः भारतीय जनता पार्टी में वापसी हो गई है। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पत्र जारी कर उनके निष्कासन की समाप्ती की घोषणा की है। इसके पीछे प्रदेश अध्यक्ष ने सम्यक विचार के बाद लिया गया निर्णय का तर्क दिया गया है। लेकिन घोसी लोकसभा चुनाव के एक माह पहले निष्कासन समाप्त करना एक बड़ी राजनैतिक कूटनीति का चर्चा है।
यशवंत सिंह इससे पहले विधानसभा तथा विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। बताते चले प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद यशवंत सिंह ने योगी आदित्य नाथ के लिए अपनी सीट खाली कर दी थी।यशवंत सिंह को विगत एमएलसी के दौरान अनुशासनहिनता को लेकर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। जहां सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने इनका निष्कासन खत्म कर दिया।इस बात की पुष्टि भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल ने की। बताया की प्रदेश नेतृत्व से निर्देश प्राप्त हुआ जिसमे बताया गया की अब यशवंत सिंह पुनः भाजपा में सम्मिलित हो गए हैं।
एक तीर से साधा कई निशाना, चुनाव में दिखेगा नजर
मऊ। पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह चुनाव से पहले निष्कासन रद्द करना बड़ी रणनीति है, वरना पार्टी ने एमएलसी चुनाव में अनुशासनहीनता में यशवंत सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया था। इसके पीछे कयास है कि इस कदम से पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में वापसी कर सर्वणों की नाराजगी काफी हद तक दूर करने में सफल होगी। वहीं राजनीति गलियारों में चर्चा थी कि पार्टी से बाहर चल यशवंत सिंह किसी दूसरे राजनैतिक पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते थे।लेकिन पार्टी में वापसी ने इस सभी कयासों पर लगाम लगा दिया है। जिसका लोकसभा में पार्टी को असर दिखेगा।