जालौर. हिंदू धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व है. हर शुभ काम मुहूर्त देखकर ही किया जाता है. खासतौर से शादी ब्याह तो बिना तारीख और मुहूर्त देखे होता ही नहीं है. शादी की हर रस्म तय समय पर होती है. यही कारण है कि विवाह मुहूर्त से लेकर बालक के मुंडन संस्कार तक शुभ मुहूर्त को चुना जाता है. यह प्रथा सदियों से चली आ रही है, जिसे आज तक निभाया जा रहा है.
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है जब सूर्य मीन राशि में रहता है तब इन दिनों में किसी भी तरह के शुभ काम नहीं करने चाहिए. इस दौरान सिर्फ जप, तप और स्नान-दान करना चाहिए. सूर्य के मीन राशि में आने के बाद मीन मास चलते कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
मई जून में शादी नहीं
ज्योतिषी पं. भानु प्रकाश दवे के अनुसार इस साल मई, जून ,अगस्त, सितंबर, और अक्टूबर महीने में कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है. 2024 आषाढ़ मास जुलाई महीने में 2 दिन केवल 9 और 11 जुलाई ही शुभ मुहूर्त हैं. उसके बाद चार महीने तक देव शयन हो जाएगा. उसमें शादी ब्याह नहीं होंगे. फिर नवम्बर महीने से शादी ब्याह शुरू होंगे.
10 मई अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार सालभर में कुछ ऐसी तिथियां और दिन होते हैं जिनमें बिना विचार किए शुभ काम कर सकते हैं. इन मुहूर्त में किए गए काम हमेशा शुभ फल देते हैं. साल का पहला अबूझ मुहूर्त अक्षय तृतीया 10 मई 2024 को रहेगा. इस दिन गृह प्रवेश, संपत्ति एवं वाहन खरीदी, विवाह, वाग्दान यानी सगाई, रोका, मुंडन, यज्ञोपवित सहित अन्य शुभ संस्कार किए जा सकते हैं.
शादी के लिए शुभ मुहूर्त
जुलाई: 9 व 11(2 दिन)
नवंबर: 16 से 18, 22 से 26,28 ( 9 दिन)
दिसंबर: 2 से 5, 9 से 11, 13 से 15 (10 दिन)
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FIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 18:02 IST