वैशाख पूर्णिमा 23 मई 2024, गुरुवार को है. इस दिन धर्म-कर्म के कार्य करने वालों कभी धन की कमी नहीं होती.
वैशाख पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. इस दिन रात्रि में लक्ष्मी जी को सुंगधित फूल अर्पित करें और ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करें. पूर्णिमा मां लक्ष्मी की जन्म तिथि है. इनके आशीर्वाद से घर में धन-धान्य के भंडार भर जाते हैं.
वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा पर पर बुद्ध भगवान का जन्म हुआ था. इस दिन बुद्ध देव की पूजा में ‘ॐ मणि पदमे हुं’ मंत्र का सच्चे मन से जाप करें. इससे सद्गति प्राप्त होती है.
पूर्णिमा का व्रत, पूजन भगवान विष्णु की पूजा के बिना अधूरा माना जाता है. इस दिन घर में सत्यनारायण की कथा करें. ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें. इसके प्रभाव से हर पाप का नाश होता है.
वैशाख पूर्णिमा पर चंद्रमा 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता है. पूर्णिमा पर रात में चंद्रोदय के समय चंद्रमा की पूजा करने से चंद्र दोष दूर होता है. चांद की रोशनी में रहने से हर तनाव आंखों के रोग दूर होते हैं. ऊँ सों सोमाय नम: मंत्र का जाप करें.
पूर्णिमा पर शिव जी की उपासना से सुख-समृद्धि, सौभाग्य और सफलता प्राप्त होती है. शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें.
Published at : 19 May 2024 09:10 AM (IST)
ऐस्ट्रो फोटो गैलरी
ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज