अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
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एएमयू के इतिहास में पहली बार प्रवेश परीक्षा में परीक्षार्थियों की मेटल डिटेक्टर से जांच होगी। 8 जून को स्नातक और परास्नातक की प्रवेश परीक्षाएं होंगी। 8, 9 और 10 जून को होने वाली प्रवेश परीक्षाओं में हजारों की संख्या में विद्यार्थी पंजीकृत हैं। कुलपति प्रो. नईमा खातून और कुलसचिव मोहम्मद इमरान ने परीक्षा की व्यवस्थाएं देखीं। प्रवेश परीक्षाएं दो चरणों में होंगी।
8 जून को बीए (आनर्स), बीए बीएड, बीएससी (आनर्स), बीएससी बीएड, बी कॉम (आनर्स), एमबीए, एमबीए (आईबी), एमबीए (आईबीएफ), एमबीए (फाइनेंस मैनेजमेंट), एमबीए (टीटीएम), एमएसडब्लू, एमआईआरएम, एमएचआरएम व एमबीए (एग्रीबिजनेस) की प्रवेश परीक्षाएं होंगी।
9 जून को कक्षा 11 और डिप्लोमा इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा होगी। वहीं, 10 जून को बीटेक, बीआर्क व बीएएलएलबी सहित अन्य पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं होंगी। प्रवेश परीक्षा को सुचारु और पारदर्शिता बनाने के लिए कुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर तैनात कक्ष निरीक्षकों और सुरक्षाकर्मियों को निर्देशित किया कि किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कुलसचिव ने कहा कि परीक्षार्थी के पास प्रतिबंधित उपकरण मिला या वह नकल में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
मेटल डिटेक्टर के बारे में दिया गया प्रशिक्षण
एएमयू में पहली बार इस्तेमाल हो रहे मेटल डिटेक्टर के बारे में सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। 7 जून को प्रशासनिक भवन के सभागार में केंद्र व्यवस्थापकों की बैठक हुई। कुलसचिव ने व्यवस्थापकों को वर्तमान समय में नकल के लिए प्रयोग किए जाने वाले उपकरण, तरीकों, उसकी जांच करने और ऐसी घटनाओं को पकड़ने के विभिन्न तरीकों के बारे में अवगत कराया।
परीक्षार्थियों के पास मोबाइल फोन, घड़ी आदि रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) की स्थापना के साथ ही प्रॉक्टर कर्मियों को हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर (एचएचएमडी) के साथ तैनात किया जाएगा। सभी परीक्षार्थियों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।