अकेलेपन को कभी अस्थायी भावना के तौर पर माना जाता था लेकिन अब यह एक जटिल और गंभीर समस्या बन गई है जिससे दुनियाभर में लाखों लोग जूझ रहे हैं। डिजिटली और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने अकेलेपन को और गंभीर बना दिया है। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव और इस गंभीर समस्या से निजात पाने के उपायों पर प्रकाश डालना जरूरी हो गया है.अकेलेपन को कभी अस्थायी भावना के तौर पर माना जाता था लेकिन अब यह एक जटिल और गंभीर समस्या बन गई है जिससे दुनियाभर में लाखों लोग जूझ रहे हैं। डिजिटली और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने अकेलेपन को और गंभीर बना दिया है। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव और इस गंभीर समस्या से निजात पाने के उपायों पर प्रकाश डालना जरूरी हो गया है।