लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस के छात्रों ने ‘वन महोत्सव सप्ताह’ के अन्तर्गत आज अपने विद्यालय परिसर के आसपास वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण सुरक्षा एवं हरी-भरी धरती का अभूतपूर्व अलख जगाया और जनमानस को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। वृक्षारोपण समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रख्यात पर्यावरणविद् डा. हीरा लाल, आई.ए.एस., विशेष सचिव, सिंचाई, उ.प्र. ने वृक्ष रोपित कर किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में डा. हीरा लाल ने कहा कि युवा पीढ़ी का सामूहिक प्रयास पर्यावरण संवर्धन हेतु जनमानस के विचारों एवं जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन लायेगा। उन्होंने सी.एम.एस. छात्रों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि सी.एम.एस. के छात्र पढ़ाई में तो अव्वल हैं ही, साथ ही सामाजिक जागरूकता के कार्यक्रमों में भी अग्रणी हैं।
इस वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस के छात्रों ने जनमानस को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के साथ ही स्वयं भी पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। इस अवसर पर छात्रों ने खासतौर पर फल देने वाले व छाया देने वाले वृक्षो को रोपित किया, जो आगे चलकर पक्षियों व जानवरों को भोजन व आश्रय दोनों उपलब्ध करायेंगे। इसके अलावा, पर्यावरण को स्वच्छ करने वाले पौधे, चिकित्सकीय पौधे और खासकर ऑक्सीजन की मात्रा में वृद्धि करने वाले पौधे विशेष रूप से रोपित किये गये। सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या श्रीमती निशा पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा कि सी.एम.एस. छात्र पर्यावरण के प्रति बेहद जागरूक हैं एवं पर्यावरण, स्वच्छता, जल संरक्षण, उर्जा संरक्षण इत्यादि में अपना सक्रिय योगदान दे रहे हैं।
सी.एम.एस. के जन-सम्पर्क अधिकारी श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि ‘वन महोत्सव सप्ताह’ के अन्तर्गत सी.एम.एस. के सभी 21 कैम्पसों में वृक्षारोपण समेत विभिन्न कार्यक्रम लगातार आयोजित किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज गोमती नगर विस्तार स्थित सी.एम.एस. शालीमार वनवर्ल्ड कैम्पस में भी प्रधानाचार्या सुश्री प्रियंका अग्रवाल की अगुवाई में वृक्षारोपण अभियान आयोजित हुआ। इस अवसर पर छात्रों ने बड़े उत्साह से पौधे रोपे, उनकी निराई-गुड़ाई कर पानी दिया एवं इन पौघों के बड़े होने की कामना की। श्री खन्ना ने बताया कि सी.एम.एस. का मानना है कि पर्यावरण की समस्या किसी एक राष्ट्र की नहीं वरन समस्त विश्व की है और यह सारी मानवजाति को प्रभावित करती हैं। ऐसे में, भावी पीढ़ी को पर्यावरण संवर्धन के प्रति जागरूक बनाना अत्यन्त आवश्यक है। इस प्रकार के आयोजन युवा एवं किशोर पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण की महत्ता व अनिवार्यता से तो अवगत कराते हैं, साथ ही उनमें हरी-भरी प्रदूषण मुक्त धरती के प्रति ललक व आत्मविश्वास भी जगाते हैं।