पहली बार भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी ने बॉर्डर के पास गोल्ड स्मगलर के पास से सोने का सबसे बड़ा जखीरा पकड़ा है। आईटीबीपी ने भारत-चीन बॉर्डर के पास एक-एक किलो वजन वाले 108 सोने के बार जब्त किए हैं। साथ ही 3 लोगों को भी गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। वहीं, अगर सोने की कीमत की बात की जाए तो करीबन 80 करोड़ से ज्यादा है।
सोने का सबसे बड़ा जखीरा
उन्होंने कहा, “आईटीबीपी द्वारा अपने इतिहास में बरामद किया गया यह सोने का सबसे बड़ा जखीरा है। जब्त किया गया सामान सीमा शुल्क विभाग को सौंप दिया जाएगा।” अधिकारी ने बताया कि तस्करी किए गए सोने की भारी मात्रा के अलावा, जब्त किए गए सोने में दो मोबाइल फोन, एक दूरबीन, दो चाकू और केक और दूध जैसे कई चीनी खाद्य पदार्थ भी शामिल हैं। जानकारी दे दें कि इस समय सोने की कीमत बाजार में 74,490 रुपये हैं, ऐसे में 108 किलो सोने की कीमत 80,44,92,000 रुपये होती है।
अधिकारी ने बताया कि आईटीबीपी की 21वीं बटालियन के जवानों ने तस्करों की घुसपैठ को रोकने के लिए मंगलवार दोपहर को पूर्वी लद्दाख के चांगथांग उप-क्षेत्र में चिजबुल, नरबुला, जांगल और जाकला सहित लंबी दूरी की गश्त शुरू की, क्योंकि गर्मियों के मौसम में तस्करी की गतिविधियां बढ़ जाती हैं।
ITBP ने पकड़ा 108 किलो सोना
मिली थी सूचना
उन्होंने आगे बताया कि आईटीबीपी को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल से 1 किलोमीटर दूर श्रीरापल में भी तस्करी की सूचना मिली। इस पर वहां पहुंचे डिप्टी कमांडेंट दीपक भट के नेतृत्व में गश्त कर रही टीम ने खच्चरों पर सवार दो लोगों को देखा और उन्हें रुकने को कहा। इसके बाद, तस्करों ने भागने की कोशिश की, पर सुरक्षा बलों ने उनका पीछा करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों ने पहले बताया पौधों का डीलर
सुरक्षा बलों ने बताया कि शुरू में आरोपियों ने दावा किया था कि वे औषधीय पौधों के डीलर के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन उनके सामान की तलाशी लेने पर भारी मात्रा में सोना और अन्य सामान बरामद हुआ। तस्करों की पहचान त्सेरिंग चंबा (40) और स्टैनज़िन दोरग्याल के रूप में हुई है, जो लद्दाख के न्योमा इलाके के निवासी हैं। अधिकारी ने बताया कि बरामदगी के सिलसिले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और तीनों गिरफ्तार लोगों से आईटीबीपी और पुलिस संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही है।
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