नई दिल्ली. गुजरे जमाने के मशहूर दिवंगत एक्टर राजकुमार अपने रौंबदार अंदाज के काफी फेमस थे. उनकी उम्दा एक्टिंग और उनके स्टाइल को देख लोग उनके मुरीद हो जाया करते थे. राजकुमार को जिसने भी करीब से जाना वो उनके वर्किंग स्टाइल को जान पाया. क्योंकि, उनकी खासियत थी कि वह बेहद सोच समझकर फिल्में किया करते थे और उनके स्वभाव के कारण दूसरे स्टार्स उनके साथ काम करने से बचते थे. उनके रौबीले नेचर की वजह से कई एक्टर दूर से ही हाथ जोड़ते थे. कुछ ऐसा ही किस्सा साल 1993 में फिल्म रिलीज ‘तिरंगा’ के दौरान भी देखा गया था.
29 जनवरी, 1993 को सिनेमाघरों में रिलीज ‘तिरंगा’ उस दौर की नाना पाटेकर और राजकुमार की एक्टिंग को खूब सराहा गया. फिल्म के एक गाना ‘पीले-पीले ओ मोरे जानी’ को लोगों ने काफी पसंद किया था. इस गाने से दोनों की जोड़ी काफी हिट रही थी. लेकिन, इस बात को बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि इस फिल्म के लिए राजकुमार के अपोजिट मेकर्स की पहली नाना पाटेकर नहीं थे.
राजकुमार के साथ मेकर्स बनाना चाहते थे रजनीकांत की जोड़ी
फ्राइडे टॉकीज यूट्यूब चैनल पर फिल्म निर्माता मेहुल कुमार ने इस फिल्म के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि फिल्म की डिमांड दो हीरो की थी. ‘ब्रिगेडियर सूर्यदेव सिंह’ के रोल के लिए राजकुमार का नाम फाइनल हो चुका था. लेकिन अब कोई दूसरा स्टार फिल्म को करने के लिए राजी नहीं हो रहा था. उन्होंने बताया कि ‘इंस्पेक्टर शिवाजीराव वाघले’ के रोल के लिए उनकी पहली पसंद रजनीकांत थे. लेकिन, उन्होंने फिल्म करने से साफ इनकार कर दिया.
नाना नहीं ये दो एक्टर थे मेकर्स की पसंद
मेहुल ने बताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट सुनाने के लिए डायरेक्टर मद्रास तक चले गए थे. लेकिन, मामला कुछ ऐसा हुआ कि थलाइवा ने राजकुमार के साथ काम करने में असमर्थता जताई. उन्होंने साफ तौर पर कह दिया था कि राजकुमार के साथ मैं फिल्म नहीं कर सकता. इसके बाद मेकर्स ने नसीरुद्दीन शाह का दरवाजा खटखटाया. मगर उन्होंने भी राज कुमार के साथ काम करने को दिक्कत बताई. फिर आया नाना पाटेकर का नंबर.
नाना ने फिल्म के लिए रखी खास शर्त
उन्होंने पहली नजर में ये कहते हुए मना कर दिया कि वह कमर्शियल फिल्में नहीं करते. हालांकि बाद में डायरेक्टर ने उन्हें जैसे-तैसे राजी किया. नाना के फाइनल होने के बाद डायरेक्टर ने राज साहब को फोन करके बताया कि उन्होंने वागले के रोल के लिए नाना फाइनल कर लिया है. राजकुमार नाना का नाम सुनते ही डायरेक्टर से कहा, ‘अरे मेहुल! उसका दिमाग बहुत खराब रहता है. सुना है कि वह सेट पर गाली-गलौज मारपीट कर देता है.’
राजकुमार की गलतफहमी को जब डायरेक्टर ने किया क्लियर
बाद में डायरेक्टर ने राजकुमार की इस गलतफहमी को क्लियर किया और कहा नाना ने बस एक ही शर्त पर फिल्म साइन की है. उन्होंने कहा है कि अगर राज साहब सेट पर इंटरफेयर करेंगे, तब वह सेट छोड़कर चला जाएंगे. डायरेक्टर की ये बातें सुनकर राज साहब ने तसल्ली दी और कहा वह फिल्म के लिए आगे बढ़े. मेहुल बताते हैं कि दोनों के बीच दोस्ती गाना ‘पीले-पीले ओ मोरी जानी’ की शूटिंग के दौरान हो गई थी. इसके बाद छह महीने में यह फिल्म कंप्लीट होकर रिलीज हुई और सुपरहिट हो गई.
फिल्म देखकर हुआ था रजनीकांत को पछतावा
वहीं, जब ‘तिरंगा’ बनकर तैयार हो गई थी तो रजनीकांत के लिए इसका स्पेशल प्रीमियर रखा गया था. जब उन्होंने फिल्म को देखा तो वो काफी खुश हुए और उन्हें ये काफी पसंद आई थी. इसके बाद उन्होंने इसमें काम ना करने पर पछतावा भी जताया था. थलाइवा ने शॉकिंग रिएक्शन भी दिया था कि इसमें नाना पाटेकर का नाम उनके नाम पर ही था, जो कि शिवाजी राव रखा गया था. एक्टर ने कहा था कि वो अब इसमें काम करने को काफी मिस कर रहे हैं.
Tags: Entertainment news., Nana patekar, Superstar Rajinikanth
FIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 16:24 IST