Guru Purnima 2024 Live: गुरु का हमारे जीवन में विशेष महत्व है. सिर्फ इंसान ही नहीं भगवान ने भी गुरुओं से ही ज्ञान प्राप्त किया है.श्रीकृष्ण (Krishna ji) के गुरु सांदीपनि थे. श्रीराम ने ऋषि वशिष्ठ और विश्वामित्र (Vishwamitra)से ज्ञान प्राप्त किया, भगवान दत्तात्रेय (Dattatreya) ने 24 गुरु बनाए थे. हनुमान जी (Hanuman ji)ने सूर्य देव को अपना गुरु बनाया था. शनि देव शिव जी को अपना गुरु मानते हैं.
यही वजह है कि गुरु का स्थान सबसे ऊंचा माना गया है. इनकी कृपा और आशीर्वाद के बिना जीवन में सफलता पाना नामुमकिन है. इस साल गुरु पूर्णिमा जुलाई में कब है, पूजा का मुहूर्त, पूजन विधि, उपाय, नियम आदि सब यहां जानें.
गुरु पूर्णिमा जुलाई में कब ? (Guru Purnima 2024 Date)
गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई 2024 को है. इस दिन गुरु वेद व्यास जी का जन्म हुआ था. वेद व्यास जी ने वेदों का संपादन किया, गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा भी कहा जाता है और इस तिथि का दान-पुण्य, धर्म-कर्म आदि की दृष्टि से अपना विशेष महत्व है.
गुरु पूर्णिमा 2024 तिथि (Guru Purnima 2024 Tithi)
आषाढ़ पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई 2024 को शाम 05 बजकर 59 से शुरू होगी और इसका समापन 21 जुलाई 2024 को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर होगा.
गुरु पूर्णिमा का महत्व (Guru Purnima Significance)
सनातन धर्म में गुरु को ईश्वर का दर्जा दिया गया है. ग्रंथों में गुरु की महिमा का वर्णन इस श्लोक में किया गया है – गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः अर्थात गुरु ब्रह्मा हैं, गुरु विष्णु हैं, गुरु ही शंकर हैं, गुरु ही साक्षात परब्रह्म हैं, उन सद्गुरु को प्रणाम. श्लोक से ही स्पष्ट हो जाता है कि सनातन धर्म में गुरुओं का स्थान कितना खास है.
मनुष्य को सबसे पहले वेदों की शिक्षा महर्षि वेदव्यास ने ही दी थी, इसलिए हिन्दू धर्म में उन्हें प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है. यही कारण है कि गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है.
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