सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने कोयला मंत्रालय के मार्गदर्शन में ‘विजिलेंट फाइनेंस’ विषय पर दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जिसका समापन मंगलवार को हुआ।
22 से 23 जुलाई, 2024 तक एमडीआई, सीईटीआई सिंगरौली में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के दौरान निदेशक (कार्मिक) श्री मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण, सीवीओ, एनसीएल श्री रविन्द्र प्रसाद, महाप्रबंधक (वित्त)/विभागाध्यक्ष श्री डी सुनील कुमार, श्री जी के नारंग उप-महाप्रबंधक(वित्त) एवं अन्य उपस्थित रहे।
इस दौरान पूर्व सीएमडी एवं निदेशक (वित्त) एनसीएल श्री अमल कुमार दास, ईडी (वित्त) कोल इंडिया, श्री सुनील मेहता, पूर्व मुख्य प्रबन्धक (वित्त) कोल इंडिया, श्री ए डी वाधवा, प्रैक्टिसिंग एडवोकेट, श्री राजीव अग्रवाल और एसबीआई कैप्स से श्री दर्शन पारेख, श्रीमती राज राजेश्वरी और ब्रह्मकुमारी की टीम ने कोयला उद्योग पर जीएसटी का प्रभाव, वित्त मैनुअल, वैल्थ मैक्सिमाइजेशन, ईएसजी, जोखिम प्रबंधन एवं स्ट्रैस मैनेजमेंट से संबंधित विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। साथ ही कार्यक्रम में लागत अंकेक्षण, लागत बोध तकनीकी आदि संबन्धित नियम, सतर्कता संबंधी केस स्टडी इत्यादि पर गहरी जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एनसीएल के क्षेत्रों/इकाइयों से कुल 60 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण का लाभ उठाया। गौरतलब है कि कोयला मंत्रालय के निर्देशन में एनसीएल का सतर्कता विभाग इस वर्ष विभिन्न विषयों पर क्षमता निर्माण के लिए मैराथन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसी कड़ी में अप्रैल, मई और जून महीने के लिए क्रमशः खनन अनुबंध, सिविल और खरीदी जैसे विषय पर सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसी तारतम्य में जुलाई माह में वित्त संबंधी प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री राजेश कुमार, तकनीकी सचिव- निदेशक (वित्त) व श्री हेमंत सिंधवानी, प्रबन्धक (वित्त) का महत्वपूर्ण योगदान रहा।