बीना/सोनभद्र। रेनूसागर पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गतगत पिछले 26 जुलाई को हुए डीरेल इंजन को सोमवार को रेल कर्मचारियों द्वारा उठाया जा रहा। डीरेल नींद में होना बताया जा रहा है। बरवाडीह से दुर्घटना सहायक क्रेन टीम द्वारा उठाया जा रहा इंजन।
बता दें कि सोमवार को दोपहर से वरवाडीह 140 टन ब्रेक डाउन क्रेन द्वारा उठाया जा रहा है। बरवाडीह एडीएम ई बरवाडीह विकाश कुमार शुक्ला ने बताया कि डी रेल हुए इंजन का वेट लगभग 120 टन है। हमारी टीम 140 टन के क्रेन से डीरेल हुए इंजन को उठाकर पटरी पर रख देगी। बताया जा रहा है कि 26 जुलाई के सुबह लगभग चार बजे भोर में ककरी खदान मुख्य द्वार के पास घटना उस समय हुई है जब रैक पावर हाउस से कोयला खाली कर वापस खदान में कोयला लेने हेतु जा रहा था। एमजीआर कर्मचारी द्वारा रोका जा रहा था, परन्तु लोको पायलट नींद में होने के कारण देख नहीं पाया। घटना से अधिकारियो में हड़कंप मच गया था। वही अन्य लोगों का कहना है कि लोको पायलट 70 वर्ष से ज़्यदा के भी बताया जा रह है। सवाल यह है कि यदि यह बात सही है तो इतने वृद्ध पायलट क्यों रखें जा रहे है। इसका जिम्मेदार कौन है? देखना होगा कि अधिकारियों द्वारा अब क्या कार्यवाही किया जाता है।