Delhi Coaching Centre
– फोटो : पीटीआई
विस्तार
ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर हादसे में जिन छात्रों की जान गई उनके नाम पर चार पुस्तकालय बनाये जाएंगे। इस बारे में दिल्ली की मेयर शैली ओबराय ने बताया कि उन्होंने राजेंद्र नगर, मुखर्जी नगर, पटेल नगर और बेर सराय में लाइब्रेरी बनाने का आदेश आधिकारियों को दिया है। मेयर ने कहा कि हालांकि जान की क्षतिपूर्ति तो नहीं की जा सकती लेकिन हम छात्रों के लिए सार्वजनिक पढ़ने की जगहों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
Delhi Mayor Shelly Oberoi tweets, “Ordered officials to establish 4 libraries in the name of the deceased students at Rajendra Nagar, Mukherjee Nagar, Patel Nagar, Ber Sarai. Nothing can fulfil the loss that Delhi feels, but we are trying to improve public reading spaces for… pic.twitter.com/4t6oOTE49Q
— ANI (@ANI) August 1, 2024
प्रदर्शन जारी
इस बीच ओल्ड राजेंद्र नगर में बेसमेंट चल रहे कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत के बाद भड़के विद्यार्थियों का प्रदर्शन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में अलग-अलग जगहों से छात्र पहुंचे। इसके अलावा हादसे में जान गंवाने वाले नेविन डालविन के परिजन भी अभ्यर्थियों को अपना समर्थन देने पहुंचे। साथ ही, आप सांसद संजय सिंह व विधायक दुर्गेश पाठक भी पहुंचे।
अभ्यर्थियों ने दावा करते बताया कि आप नेताओं ने उनसे कहा है कि जो भी व्यक्ति जिम्मेदार है, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से लाइब्रेरी की जगह देने की मांग की है। इस दौरान छात्रों ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। प्रदर्शन पर बैठे अभ्यर्थियों का समर्थन करने के लिए अन्य जगहों से लोग व छात्र भी पहुंच रहे हैं। इनमें जेएनयू, डीयू, अंबेडकर विश्वविद्यालयों के साथ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी भी अपना समर्थन देने के लिए आ रहे हैं।
मुआवजे का एलान
ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन छात्रों की हुई मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों से बृहस्पतिवार को आप सांसद संजय सिंह ने मुलाकात की। उन्होंने छात्रों को बताया कि दिल्ली सरकार और एमसीडी इस हादसे में मृतक छात्रों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देगी। साथ मृतक छात्रों की याद में लाइब्रेरी बनाई जाएंगी। इसे बनाने के लिए वह सांसद निधि से एक-एक करोड़ रुपये देंगे।
सरकार ने कोचिंग सेंटरों को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने का फैसला लिया है। इसमें छात्रों के सुझाव भी शामिल किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने छात्रों के समर्थन में सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाई आई है और आगे भी उठाती रहेगी। इस दौरान छात्रों ने इस हादसे के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सिंह ने राजेंद्र नगर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों से कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। उन्होंने बताया कि छात्रों ने सुझाव दिया है कि दिल्ली में कोचिंग सेंटर्स को रेगुलेट करने के लिए एक कानून बनाना चाहिए ताकि कोचिंग सेंटर्स के मालिक मनमानी फीस न ले सकें। हॉस्टल के नाम पर अधिक पैसा न लिए जाएं। साथ ही, बेसमेंट में ऐसी लाइब्रेरी या क्लासेज नहीं चलनी चाहिए, जिससे छात्रों का जीवन खतरे में पड़े।
उन्होंने कहा कि इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया गया है। इस कानून को बनाने की प्रक्रिया में कोई भी 10 छात्र शामिल होंगे। यह कानून छात्रों के अनुसार बनाया जाएगा। इसका ड्राफ्ट तैयार कर जल्द इसे विधानसभा में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी छात्रों की मांग है कि राजेंद्र नगर की घटना का सीसीटीवी फुटेज जारी किया जाए। इसके लिए कैबिनेट मंत्री ने भी पत्र लिखा है। दिल्ली पुलिस यह फुटेज उपलब्ध कराएगी।