मुरादाबाद में प्रदर्शन करते किसान
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भाकियू (चढ़ूनी) ने ठाकुरद्वारा में बिरला ग्रुप के लिए 804 एकड़ अधिग्रहीत की गई भूमि को वापस कराने की मांग को लेकर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। बताया कि इस मामले में किसानों के पक्ष में कोर्ट ने निर्णय दिया है। आरोप लगाया कि बिरला ग्रुप ने इस मामले में कोई कागजात नहीं दिखाया है।
प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं की एडीएम सिटी से नोंकझोक भी हुई। भाकियू चढ़ूनी के प्रदेश अध्यक्ष सूबे सिंह डागर के नेतृत्व में किसान शनिवार को कलक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ठाकुरद्वारा क्षेत्र के पांच गांवों की 804 एकड़ जमीन 1989 में अधिग्रहीत की गई थी।
इस मामले को लेकर किसान कोर्ट में गए थे। किसानों के पक्ष में फैसला आया था। इसी आदेश के खिलाफ बिरला ग्रुप अदालत में गया है। 15 सालों से जमीन पर किसानों का कब्जा है। आरोप लगाया कि बिरला ग्रुप अदालत के आदेश के बगैर जमीन को खाली कराना चाहता है। इस जमीन पर अधिग्रहण कानून 2013 को आधार मानते हुए प्रभावित भूमि किसानों को वापस होनी चाहिए।
बिरला ग्रुप प्रशासन के माध्यम से जमीन पर कब्जा करना चाहता है। इसका विरोध करने पर जिला पुलिस ने 65 किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन मुकदमे को तत्काल जिला प्रशासन से वापस लेने की मांग की है।
नोंकझोक के बाद डीएम को बुलाने पर अड़ गए
धरना प्रदर्शन के दौरान एडीएम सिटी ज्योति सिंह ज्ञापन लेने के लिए आई। इस दौरान किसान नेताओं से उनकी नोंकझोक हो गई। किसान नेता डीएम को ज्ञापन देने के लिए अड़ गए। इस बीच डीएम अनुज सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल के आने पर किसान नेताओं ने उनसे बातचीत की। किसान नेताओं ने इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा।