कुंभ मेला, प्रयागराज।
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कुंभनगर जिला छह हजार हेक्टेयर में बसेगा। चार हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में मेला होगा और 1900 हेक्टेयर क्षेत्रफल में पार्किंग बनाई जाएगी। कुंभ जिले का प्रस्ताव तैयार करने के लिए समिति गठित होगी। फाफामऊ से अरैल के बीच कुंभ जिला जल्द घोषित किया जाएगा।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं को सहूलियत देने के लिए इस बार जमीनों और मेले के दौरान मिलने वाली सुविधाओं का आवंटन ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। मेले को बसाने वाली संस्थाएं सॉफ्टवेयर के माध्यम से यह काम पूरा करेंगी। वहीं, संगम जाने वाले पांच मार्गों पर कुंभ से जुड़ी तस्वीरों को उकेरा जाएगा। साथ ही मेले में हाई स्पीड इंटरनेट सेवा मिलेगी। मंगलवार को मेला प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में रखे गए प्रस्तावों को अनुमोदित कर दिया गया।
इस बार चार हजार हेक्टेयर में मेला बसेगा। मेले में मिलने वाली ऑनलाइन सुविधा पर्ची जारी होने के बाद अगर ठेकेदार समय से सामान उपलब्ध नहीं कराता है तो उस पर नकेल कसना भी आसान होगा। इस सॉफ्टवेयर पर महाकुंभ- 2013 और कुंभ- 2019 की संस्थाओं के आवंटन का भी विवरण उपलब्ध होगा। नई संस्थाओं के पंजीकरण और आवेदन की सुविधा की स्थापना के फोटोग्रॉफिक साक्ष्य और सत्यापन के विवरण भी उपलब्ध रहेंगे।
मेला प्राधिकरण के सभागार में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की मौजूदगी में बैठक हुई। मेला क्षेत्र के पांच मार्गों के सौंदर्यीकरण के साथ ही हॉटिकल्चर, कुंभ की संस्कृति पर आधारित भित्ति चित्र भी बनाए जाएंगे। इन मार्गों में बख्शी बांध से गंगा मूर्ति तिराहा होते हुए नागवासुकि मार्ग, अलोपीबाग से दारागंज तक, किलाघाट मार्ग, दारागंज से शास्त्रीपुल और टीकर माफी आश्रम-काली त्रिवेणी रैंप मार्ग शामिल हैं।