Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महायुति के पक्ष में चुनाव के नतीजे आने के बाद सरकार बनाने को लेकर प्रक्रिया धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. इस बीच प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के सीएम पद को लेकर ऐलान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि शिंदे ने लोगों की शंका को दूर कर दिया है.
नागपुर में मीडिया से बातचीत में देवेंद्र फडणवीस ने दावा करते हुए कहा, ”हमारे महायुति में कभी भी किसी में मतभेद नहीं हुआ है. जल्द ही हम अपना निर्णय लेंगे. हमने हमेशा साथ में बैठ कर निर्णय लिया है. सभी के मन में जो एकनाथ शिंदे जी के लिए अलग मत थे, आज उन्होंने खुद उस शंका को दूर कर दिया है.”
एकनाथ शिंदे ने CM पद को लेकर क्या कहा?
शिवसेना प्रमुख और राज्य के पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार (27 नवंबर) को एक तरह से सरेंडर करते हुए कहा कि उनके उत्तराधिकारी के नाम पर केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी जो भी निर्णय लेगी, वह उन्हें स्वीकार होगा. शिंदे ने साफ किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आश्वासन दिया है कि राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में वह बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के हर फैसले का समर्थन करेंगे और इस प्रक्रिया में कोई अड़चन नहीं आएगी.
शिंदे ने उन खबरों को भी खारिज किया कि उनके नेतृत्व में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को शानदार जीत हासिल करने के बावजूद दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से वह निराश हैं. महाविकास अघाड़ी में घटक दलों में शामिल कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के नेताओं ने सीएम की कुर्सी को लेकर एकनाथ शिंदे पर तंज कसा है.
महायुति में किसे कितनी सीटें मिलीं?
महाराष्ट्र में हाल में हुए चुनाव में महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीट जीतकर जोरदार वापसी की है. लोकसभा चुनाव में मिली हार से उबरते हुए बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत हासिल की. प्रदेश में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने भी बेहतर प्रदर्शन किया. शिंदे गुट ने 57 और अजित पवार गुट ने 41 सीटों पर जीत हासिल की. महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए के लिए 145 का आंकड़ा चाहिए.
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