मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सपा अखिलेश यादव।
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सीएम योगी आदित्यनाथ की ‘खटाखट’ पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘खटपट’ का पलटवार किया है। अखिलेश ने पूछा है कि आपसी खटपट का क्या हुआ। यह खत्म हुई है या झूठी मुस्कानों में यह दरार सिर्फ ढकी भर है।
योगी ने मंगलवार को नियुक्तिपत्र वितरण कार्यक्रम में कहा था कि लोकसभा चुनाव में खटाखट स्कीम लेकर आने वालों का अता-पता नहीं है। अब हम खटाखट नौकरी दे रहे हैं और वे चुनाव खत्म होते ही पिकनिक मनाने चले गए। इस पर अखिलेश ने एक्स के माध्यम से व्यंगात्मक अंदाज में कहा, ‘और आपसी ‘खटपट’ का क्या… अंदरूनी बात दब गई या दबा दी गई… ख़त्म हुई रार-तकरार या झूठी मुस्कानों से ढकी है दरार… कई हैं सवाल।’
अखिलेश ने आगे लिखा कि अयोध्या में चोरों ने कानून-व्यवस्था की बत्ती गुल कर दी है, इसलिए जनता तो पहले ही कह रही थी कि बिन बिजली के खंभा खड़ा है। भाजपा सरकार मतलब है- अंधेर नगरी और सब तरफ अंधकार। उन्होंने कहा कि उप चुनाव में भी भाजपा को हराने के लिए जनता मैदान में उतर चुकी है। भाजपा कुछ अधिकारियों को हटाने का कितना भी शासकीय-प्रशासकीय नाटक कर ले, कोई उनको पराजय से रोक नहीं सकता। देखना ये भी है कि इनकी जगह जो अफसर आएंगे, उनकी निष्पक्षता पर मुहर कौन लगाएगा। सरकार अपनी खोई हुई साख बचाने के लिए उप चुनाव से पूर्व जाति-धर्म के आधार पर पोस्टिंग करने लगी है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर भाजपा जन-विरोधी नहीं होती तो आज ये दिन नहीं देखने पड़ते। कुछ विशेष अधिकारियों को चुनावी जिम्मेदारी से हटाने की बात कहकर भाजपा के लोगों ने ये बात स्वीकार कर ली है कि उनकी सरकार में शायद कुछ चुनावी घपले अधिकारियों के स्तर पर होते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध भी किया है।