ड़ताल समाप्त होने की घोषणा के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आए हैं। 23 अगस्त से सभी सेवाएं यथावत हो जाएंगी। इससे पहले हड़ताल के कारण 22 अगस्त की सुबह ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को लौटना पड़ा था।
22 अगस्त को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के बाद मरीज को वापस ले जाते परिजन
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कोलकाता में जूनियर डॉक्टर की दुष्कर्म-हत्या के विरोध में एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल दसवें दिन 22 अगस्त की शाम को समाप्त हो गई। आज 23 अगस्त से ओपीडी, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन सहित सभी सेवाएं पूर्ववत हो जाएंगी, जिससे मरीजों और तीमारदारों को बड़ी राहत मिलेगी।
जेएन मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. वसीम ने बताया कि हड़ताल समाप्त होने की घोषणा के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आए हैं। 23 अगस्त से सभी सेवाएं यथावत हो जाएंगी। इससे पहले हड़ताल के कारण 22 अगस्त की सुबह ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को लौटना पड़ा था। ओपीडी में सामान्य दिनों में लगभग चार हजार मरीज पहुंचते हैं। इन दिनों रोजाना लगभग 100 मरीजों को सामान्य बीमारी होने पर लौटना पड़ा।
मरीज और तीमारदार परेशान
बुलंदशहर निवासी संजय पेट में संक्रमण से परेशान देवेंद्र को मेडिकल कॉलेज में उपचार दिलाने लाए थे। ओपीडी में जूनियर डॉक्टर नहीं होने से उन्हें बिना उपचार लौटना पड़ा। अलीगढ़ के सहसवान बाजपुर से साजिद छाती में दर्द से परेशान वसीम को मेडिकल कॉलेज लेकर आए थे। उन्हें भी बिना उपचार लौटना पड़ा। मेडिकल कॉलेज के स्टाफ ने कहा कि हड़ताल खत्म हो जाए। उसके बाद आना।