इटावा जिले में कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लालपुरा में महिला और तीन बच्चों की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी पति मुकेश वर्मा के सगे भाई और फुफेरे भाई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वारदात के बाद मुकेश ने सीओ सिटी के सीयूजी नंबर पर सुसाइड नोट व्हाट्सएप करके रुपये हड़पने और ताना मारने के आरोप लगाए थे।
जांच में यह सही पाए जाने पर कोतवाली पुलिस ने आरोपियों को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। सोमवार को लालपुरा निवासी सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा को जीआरपी और आरपीएफ ने जंक्शन स्टेशन के पास से जान देने के प्रयास करते हुए पकड़ लिया था।
सीओ सिटी के सीयूजी नंबर पर भेजा था सुसाइड नोट
मुकेश ने पत्नी रेखा, बेटी भाव्या, काव्या और बेटे अभीष्ट की घर पर नींद की गोलियां खाने से मौत होने की जानकारी दी थी। पूछताछ में पता चला था कि आरोपी ने कुछ देर पहले ही सीओ सिटी के सीयूजी नंबर पर व्हाट्सएप करके एक सुसाइड नोट भेजा था और इसके बाद वह खुद जान देने का मन बनाकर जंक्शन स्टेशन चला गया था।
आरोपों की जांच कर रही थी पुलिस
पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया था कि उसने नींद की गोलियां खिलाने के बाद सभी के रस्सी से गले कसे थे। इससे सबकी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में मुकेश को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इसके बाद पुलिस सुसाइड नोट में मुकेश की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच कर रही थी।
बस स्टैंड के पास से दोनो भाइयों को किया गिरफ्तार
मुकेश ने अपने सगे भाई अखिलेश उर्फ लालू निवासी मोहल्ला लालपुरा और फुफुरे भाई मनोज कुमार वर्मा निवासी कृष्णा मंदिर के सामने गली में जम्मू मोहल्ला मौजपुर सीलमपुर दिल्ली पर रुपये हड़पने व ताने मारकर जलील करने का आरोप लगाया था। पुलिस जांच में यह आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने शुक्रवार दोपहर मनोज और अखिलेश को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
मनोज पर यह लगाए थे आरोप
- तीन साल पहले मुकेश ने फुफेरे भाई मनोज वर्मा के साथ दिल्ली में रिफाइनरी का काम डाला था। इसमें चांदी की सफाई की जाती थी। इसके लिए 10 लाख रुपये का सहयोग दिया था। आरोप है कि इसमें होने वाली कमाई की हिस्सेदारी मनोज मुकेश को नहीं देता था।
- काम शुरू होने के बाद मुकेश ने अपने नेटवर्क का फायदा उठाकर बड़ी मात्रा में चांदी मनोज के पास भिजवाई, पर इसमें से कोई भी मुकेश को नहीं दिया गया।
- 50 किलो चांदी को रिफाइन करने पर इसमें से निकलने वाले करीब 100 ग्राम सोने का मिलने वाला लाभ अकेले मनोज ही ले लेता था।
- अपना हक मांगने पर मुकेश को गलत मामलों में फंसाकर जेल भिजवा देने और पूरे परिवार को सड़क पर ला देने की धमकी देता था।