मुंबई. ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के डायरेक्टर सनोज मिश्रा कोलकाता में लापता हो गए थे. वह अब मिल गए हैं. उन्हें बनारस के एक घाट पर अस्त-व्यस्त हालत में देखा गया. जिसके बाद उनकी पत्नी द्वती मिश्रा और लखनऊ पुलिस ने उन्हें लेकर आई. सनोज ने कोलकाता से लापता होने से लेकर बनारस पहुंचने की तक पूरा घटनाक्रम बताया. सनोज 15 अगस्त को लखनऊ से कोलकाता पहुंचे थे. कोलकाता में थोड़ी देर के लिए उनका फोन एक्टिव हुआ फिर 48 घंटे तक संपर्क नहीं हो पाया, तो उनकी पत्नी ने द्वती मिश्रा ने उनके मिसिंग होने की शिकायत दर्ज कराई थी.
सनोज मिश्रा ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर पूरे घटनाक्रम को बताया. उन्होंने कहा कि फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही उन्हें धमकियां मिल रही थी. कोलकाता पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा था. उनके मुंबई वाले घर पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने नोटिस भेजना शुरू कर दिया. फिर वह मुंबई से लखनऊ शिफ्ट हो गए. फिर भी इनकी परेशानियां कम नहीं हुई. उनको यहां पर भी पश्चिम बंगाल पुलिस से लगातार थ्रेट आते रहे.
सनोज मिश्रा ने कोलकाता जाकर जांच अधिकारियों से मिलकर मामला सुलझाने की कोशिश की. वह 15 अगस्त को कोलकाता पहुंचे. कोलकाता पहुंचने के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से इस दौरान सनोज ने अपना मोबाइल बन्द कर लिया था. 15 अगस्त को स्वतन्त्रता दिवस होने के कारण सबकुछ बन्द था, तो उन्होंने मां काली की दर्शन का निर्णय लिया और 16 अगस्त को कोर्ट के खुलने का इंतज़ार करने लगे.
सनोज मिश्रा प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए.
सनोज मिश्रा ने बताया कि 15 अगस्त को जब तक वे मां काली के मंदिर पर पहुंचे तब तक मंदिर के कपाट बंद हो चुके थे और शाम 4 बजे तक खुलने की बात बताई गई . सनोज मिश्रा ने लगभग 3.30 बजे अपने मोबाइल को खोलकर अपने मुंबई के कानूनी सलाहकारों को फोन कर सम्पर्क किया और फिर उसी के कुछ समय बाद ही उनको अपने आसपास कुछ संदिग्ध लोग दिखाई देने लगे जो लगा कि सनोज को ही ढूंढ़ने के इरादे से उधर आए हैं. शायद मोबाइल के खुलने के कारण से उनको ट्रैक किया जा रहा था.
कोलकाता में मोबाइल फेंक कर भागे सनोज मिश्रा
सनोज मिश्रा को फिर भी अंदेशा हुआ कि कोई संदिग्ध उनका पीछा कर रहा है तो उन्होंने अपने दोनों मोबाइल को ध्यान बंटाकर कचड़े के डब्बे में फेंक कर हावड़ा स्टेशन की तरफ निकल गए. उन्हें कोलकाता में रुकना ठीक नहीं लगा. उन्होंने दून एक्सप्रेस पकड़ी और बनारस में उतर गए. काशी में अस्सी घाट पर भिखारियों के साथ रहे. कॉन्टैक्ट नहीं होने की वजह से परिवार से संपर्क नहीं कर पाए.
लखनऊ में दो दिन तक चला मेंटल हेल्थ का ट्रीटमेंट
वहीं, द्वती मिश्रा, लखनऊ पुलिस के साथ कोलकाता जा रही थीं, वह मुजफ्फरपुर तक पहुंची थी कि एक अनजान शख्स का मैसेज आया कि सनोज मिश्रा को बनारस के अस्सी घाट पर देखा है. कन्फर्मेशन होने के बाद वह पुलिस वालों के साथ अस्सी घाट पहुंची और सनोज से मिली. सनोज की मानसिक हालत ठीक नहीं थी, तो उन्हें लखनऊ लेकर आईं और दो दिन तक उनका ट्रीटमेंट चला. वह ठीक हैं.
Tags: Bollywood news, Entertainment, West bengal
FIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 16:09 IST