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उन्नाव रेप कांड पीड़िता के दिल्ली के मकान के किराए का भुगतान बीते तीन माह से नहीं हो रहा है। उसकी सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवान जिस कमरे में रहते हैं, उसके किराए का भुगतान भी रोक दिया गया है। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर दोनों कमरों के किराए का भुगतान दिल्ली महिला आयोग करता है। बाद में आयोग को दिल्ली का महिला एवं बाल विकास विभाग भुगतान करता है, जिसकी प्रतिपूर्ति यूपी सरकार की ओर से की जाती है।
पीड़िता ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि दोनों कमरों का किराया 11-11 हजार रुपये है, जो करीब तीन माह से बकाया है। किसी तरह उसने बिजली के बिल का भुगतान खुद किया है। वह दिल्ली में रहकर अपनी पढ़ाई के साथ सिलाई का काम भी सीख रही है। उसके पति की आमदनी भी सीमित है, जिसकी वजह से वह दोनों कमरों का किराया दे पाने में असमर्थ है। जब तक दिल्ली महिला आयोग में स्वाति मालीवाल अध्यक्ष थीं, उसे कोई दिक्कत नहीं हुई। उनके हटने के बाद किराए का भुगतान रोक दिया गया।
सेंगर रच रहे साजिश
पीड़िता ने आरोप लगाया कि रेप कांड में दोषी पाए जाने पर सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जमानत पाने के लिए उसे परेशान कर रहे हैं। उन्होंने साजिशन उसके मकान के किराए का भुगतान रुकवाया है। पूर्व विधायक की कोशिश है कि वह किसी तरह से दिल्ली छोड़ दे, ताकि पैरवी कमजोर पड़ने पर उन्हें आसानी से जमानत मिल सके।