NCP अजित गुट ने 80 सीटों की रखी मांग
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में बस कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसे में राज्य के राजनीतिक दल नेताओं की तरफ अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं। जिससे विधानसभा चुनाव की लड़ाई रोचक बनती दिख रही है। इसी बीच उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि महायुति सहयोगियों के बीच सीटों के बंटवारे को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
‘एमवीए से पहले करेंगे सीटों का बंटवारा’
वहीं राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर सत्तारूढ़ गठबंधन का फॉर्मूला लगभग 70-80 प्रतिशत विधानसभा क्षेत्रों पर अंतिम रूप दे दिया गया है, और कहा कि यह समझौता उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से काफी पहले ही तय हो जाएगा।
‘सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले को जल्द देंगे अंतिम रूप’
महायुति (महागठबंधन) में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं। महायुति सहयोगियों के बीच सीटों के बंटवारे और इसकी औपचारिक घोषणा के बारे में पूछे जाने पर देवेंद्र फडणवीस ने पुणे में पत्रकारों से कहा, सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई और जानकारी नहीं दी कि यह कितना जटिल मुद्दा होगा और इसमें कितनी मुश्किल मोलभाव की जरूरत होगी।
हालांकि, चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि लोग महायुति के सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को एमवीए घटक – कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) – की तरफ अपने समझौते की घोषणा करने से पहले ही देख लेंगे। बावनकुले ने कहा, लगभग 70-80 प्रतिशत निर्वाचन क्षेत्रों में सीट-बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (शिवसेना), फडणवीस (भाजपा) और प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी) के बीच (हाल ही में) हुई बैठक का नतीजा यह निकला कि उम्मीदवार की जीत की संभावना सबसे जरूरी मानदंड है।
लोकसभा चुनाव वाली गलती नहीं दोहराएंगे- शिवसेना
इस बीच, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से जुड़े उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा, एनडीए (राज्य में महायुति) के तीनों नेता महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं। कुछ उम्मीदवारों की घोषणा बहुत देर से करने की गलती (जैसा कि राज्य में लोकसभा चुनावों के दौरान हुआ था) इस बार नहीं दोहराई जाएगी। हमने 75 प्रतिशत से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट-बंटवारे का फॉर्मूला पूरा कर लिया है।
NCP ने 80 सीटों की रखी मांग- छगन भुजबल
हालांकि, कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ एनसीपी नेता छगन भुजबल ने सीटों के बंटवारे पर महायुति की तरफ से व्यापक समझौते के बारे में कहा कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है। वहीं उन्होंने जोर देकर कहा, मुझे तीनों दलों के बीच सीट बंटवारे के फॉर्मूले के बारे में अपडेट की जानकारी नहीं है, लेकिन हमने (एनसीपी) चुनाव लड़ने के लिए लगभग 80 सीटों की मांग की है।
बता दें कि राज्य के मौजूदा विधानसभा में, भाजपा 103 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, उसके बाद शिवसेना 40, एनसीपी 41, कांग्रेस 40, शिवसेना (यूबीटी) 15, एनसीपी (एसपी) 13 और अन्य 29 हैं। हालांकि कुछ सीटें खाली हैं।