Jammu Kashmir Election
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विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। परिणाम के इंतजार की उत्सुकता जितनी है, उतनी ही दिलचस्पी इस बात को भी जानने में है कि मुख्यमंत्री कौन होगा। कारण यह है कि सभी राजनीतिक दल सीएम चेहरे के बिना ही मैदान में उतरे थे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी तक ने मुख्यमंत्री चेहरे घोषित नहीं किए जबकि इनके कई नेता पूर्व में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। भाजपा भी बिना चेहरे के मैदान में थी। यदि गठबंधन जीतता है तो सीएम चेहरे के रूप में नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला का नाम आगे होने की संभावना रहेगी।
विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उनको मनाने के पीछे भी शायद यही उद्देश्य रहा है। भाजपा सत्ता में आती है, तो चेहरा कौन होगा। यह सवाल सभी के जेहन में बना हुआ है। भाजपा की ओर से रविंद्र रैना, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का नाम राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है।
अगर भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा आता है तो यहां भी संभव है कि अन्य राज्यों की तरह वह कोई चौंकाने वाला नाम सामने ले आए। भाजपा पिछले कुछ चुनावों में प्रदर्शन के आधार पर आश्वस्त कर रही है कि वह बहुमत का आंकड़ा छू लेगी।