बीना/सोनभद्र। एनसीएल बीना के आवासीय परिसर में स्थित रामलीला मैदान में शारदीय नवरात्री का त्यौहार मनाया गया। क्षेत्रिय प्रबंधक ने श्रीराम की पूजा अर्चना की। रावण दहन के साथ ही संपन्न हो गया विजयदशमी का महापर्व। इस वर्ष रावण का पुतला हँसी एवं मज़ाक का केंद्र बन गया। रंग बिरंगे आसमानी एवं धरातलीय बम ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। बम पटाखे से युक्त रावण के नाभि में तीर लगते ही लम्बी लपटे उठने के बाद भी पूरी तरह रावण नहीं जल सका।
बता दें कि शनिवार को रावण दहन के साथ शारदीय नवरात्री का त्यौहार रामलीला एवं दुर्गापूजा संपन्न हो गया। एनसीएल बीना के आवासीय परिसर में स्थित रामलीला मैदान में कार्यक्रम धूम धाम से किया गया। बीना स्टेडियम में रावण का लगभग 60 फिट का विशाल लम्बा पुतला इस वर्ष मजाक एवं हंसी का पात्र बन गया। बताया जा रहा है कि लगभग एक लाख पचास हजार से बनाया गया रावण का पुतला पिछले कई दिनों से बनाए जाने के बाद भी विजयादशमी के दिन पूरी तरह से तैयार न हो सका और बीना पैर व सर के ही प्रबंधन द्वारा रावण दहन का कार्यक्रम संपन्न किया गया।
इधर परियोजना प्रबंधक इंद्रजीत सिंह ने श्रीराम लक्ष्मण और हनुमान का पूजा आरती कर परियोजना की सुख शांति एवं समृद्धि की कामना करते हुए दर्शकों एवं परियोजना वासियों को दशहरे कि हार्दिक शुभकामनायें दिया। हजारों की संख्या में खचा खच भरें दर्शकों का रंग बिरंगे आसमानी एवं धरातलीय बम ने खूब मनोरंजन किया। दूसरी तरफ राम एवं रावण व इनके सेना के बीच खूब घनघोर संग्राम चला। राम ने रावण के नाभी में तीर मारा और रावण मारा गया, इसी के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत हुई। राम ने रावण को जैसे ही जलाया बम पटाखे से भरा रावण का पुतला जलने लगा परन्तु पूरा नहीं जलने से अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। इस अवसर पर परियोजना के सभी अधिकारी, आस पास के ग्रामीण एवं भारी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।