बीना/सोनभद्र। सिटिया संगठन कृष्णशीला प्रबंधन को बुधवार शाम लगभग 5 बजे संगठन से वार्ता हेतु ज्ञापन सौपा। बताया जा रहा है कि संगठन द्वारा विगत 10 माह पूर्व दिये गए 17 सूत्रीय मांग पत्र की अनदेखी करने एवं मांग पत्र में निहित समस्याओं के समाधान न करने के कारण संघ ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ 17 सूत्रीय मांग पत्र की अनदेखी करने के कारण व प्रबंधन के नकारात्मक रवैया के विरुद्ध आक्रोश प्रकट किया। विगत 10 माह से संघ के किसी भी पत्राचार पर प्रबंधन द्वारा कोई पहल नहीं की गई, न ही द्विपक्षीय वार्ता कर उन समस्याओं के समाधान करने की कोई पहल की गई जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रबंधन इसे सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी होने के कारण कृष्णशिला परियोजना के कर्मियों एवं कंपनी को लगातार आंदोलन की राह पर बनाए रखना चाहती है।
संघ अपनी आखों के सामने अपने कर्मियों पर हो रहे अत्याचार एव शोषण पर चुपचाप बैठकर विवश एवं लाचार होकर नहीं देख सकता। अन्यथा की स्थित मे संगठन तृतीय चरण के आंदोलन पर जाने के लिए विवश होगा। इस आन्दोलन के चलते होने वाले औद्योगिक संबंधों में बिखराव, उत्पादन ह्रास एवं औद्योगिक अशांति की सम्पूर्ण जिम्मेदारी एनसीएल कृष्णशिला प्रबंधन की होगी।