सिंगरौली। थाना विंध्यनगर परिक्षेत्र में स्थित एनटीपीसी विंध्याचल ने 16 नवम्बर 2024 को कोल हैंडलिंग प्लांट के स्टेज 3 कंट्रोल रूम के पास एक विशाल सुरक्षा पेप टॉक का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य मजबूत सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में कार्यकारी निदेशक विंध्याचल ई सत्य फ़णी कुमार, शिवप्रसाद पी.शानमुखन, अपर महाप्रबंधक (सीएचपी), ए के मंडल, अपर महाप्रबंधक (सीएचपी), मनदीप भट्टाचार्य, अपर महाप्रबंधक (सीएचपी) आशीष कुमार अग्रवाल, हेड ऑफ सेफ्टी (विंध्याचल), विभागीय प्रमुख और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। इस प्रभावशाली कार्यक्रम में 250 से अधिक श्रमिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत आशीष कुमार अग्रवाल (हेड ऑफ सेफ्टी) के संबोधन से हुई, जिसमें उन्होंने कार्यस्थल पर सतर्कता बरतने, जोखिमों को कम करने और जॉब सेफ्टी एनालिसिस (JSA) तथा वर्क परमिट के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम में कार्यकारी निदेशक विंध्याचल ई सत्य फ़णी कुमार ने सुरक्षा शपथ दिलाई और कार्यस्थल पर व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) के उपयोग की अहमियत को रेखांकित किया। उन्होंने एनटीपीसी के अन्य स्थानों पर हुए सुरक्षा हादसों से सीखे गए पाठों को साझा किया और चलने वाली मशीनों के आसपास सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
शिवप्रसाद पी. शानमुखन, apar महाप्रबंधक (सीएचपी) ने श्रमिकों से संभावित खतरों की रिपोर्टिंग करने की आवश्यकता और परिसर में उचित चलने की आदतों को अपनाने की सलाह दी। ताकि सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
ए के मंडल, अपर महाप्रबंधक (सी एच पी) ने दैनिक टूलबॉक्स टॉक्स (TBT) में JSA को शामिल करने और बिना JSA के किसी भी कार्य को शुरू न करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने गर्म काम के दौरान सुरक्षा उपायों के बारे में भी चर्चा की और श्रमिकों से एक-दूसरे का ख्याल रखने की अपील की, यह याद दिलाते हुए कि उनके परिवार घर पर उनका इंतजार कर रहे हैं। मनीदीप भट्टाचार्य, अपर महाप्रबंधक (सीएचपी) ने पिछले सी एच पी दुर्घटनाओं से संबंधित उदाहरण दिए और श्रमिकों को जोखिमों की पहचान करने और कार्य शुरू करने से पहले सभी आवश्यक जानकारी जुटाने का सुझाव दिया।
इसके बाद अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में सुरक्षा जागरूकता में सक्रिय रूप से योगदान देने वाले 15 से अधिक ठेकेदार श्रमिकों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन एनटीपीसी विंध्याचल में सुरक्षित कार्यस्थल की संस्कृति को और प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।