कुपवाड़ा में मुठभेड़
– फोटो : साकिव नबी
विस्तार
पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठन जैश-ए मोहम्मद जम्मू-कश्मीर में बड़े हमले की फिराक में है। यह साजिश पाकिस्तानी सेना, वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई और जैश ने मिलकर रची है। इसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने एलओसी और बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जम्मू के सुचेतगढ़ से सटे पाकिस्तान के सियालकोट और पुंछ के भिंबर क्षेत्र में सीमा पार से छह से सात आतंकियों के समूह घुसपैठ की फिराक में बैठे हैं।
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में कुछ ऐसे आतंकी हैं, जो पहले जम्मू-कश्मीर में सक्रिय थे। इन आतंकियों की मदद से कुछ नए रूट घुसपैठ के लिए तैयार किए गए हैं। इन रूटों की रेकी की गई है। रेकी की जानकारी और रूट की पूरी लोकेशन आतंकियों को एक प्रशिक्षण के जरिये दी गई है। जैश-ए मोहम्मद के आतंकियों को ट्रेनिंग देकर अब सीमा पार से धकेलने के लिए कहा गया है। इन आतंकियों को लांचिंग पैड से लेकर सीमा तक पहुंचाने की जिम्मेदारी रेकी करने वाले आतंकियों को दी गई है।
लश्करी के मारे जाने के बाद से तलाश रहे नया कमांडर
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही कश्मीर में कुख्यात आतंकी कमांडर उसमान लश्करी मारा गया था। लंबे समय से सक्रिय यह कमांडर प्रवासी मजदूरों की हत्या में भी शामिल था। कई बार सीमा पार आ-जा चुका था। अब कश्मीर में कोई आतंकी कमांडर नहीं बचा है, इसलिए सीमा पार से नया कमांडर भेजने की कोशिश की जा रही है।
धुंध की आड़ में करते हैं घुसपैठ
जानकारी के अनुसार, सांबा, कठुआ और जम्मू के बॉर्डर रामगढ़, हीरानगर, सांबा, अरनिया, सुचेतगढ़, अखनूर, परगवाल, पलांवाला जैसे इलाकों में इस समय धुंध पड़ रही है। खासकर रात के वक्त दृश्यता बहुत कम रहती है। आतंकी इसकी आड़ में घुसपैठ की फिराक में हैं। इसे देखते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की तरफ से अलर्ट भी किया गया है। अभी कुछ दिन पहले ही बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) का दौरा कर इसे सुनिश्चित करने को भी कहा है।