न्यायविदों व कानूनविदों ने ताजमहल का दीदार कर भारत की साँस्कृतिक विरासत को सराहा
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ में प्रतिभाग हेतु 56 देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व कानूनविदों समेत विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाधीश आदि प्रख्यात हस्तियों के आज देर शाम लखनऊ पधारने पर उप-मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बतौर मुख्य अतिथि हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री मौर्य ने कहा कि दुनिया भर से पधारे न्यायविदों व कानूनविदों की उपस्थिति ने न सिर्फ लखनऊ के गौरव को विश्व पटल पर आलोकित किया है अपितु दुनिया के देशों को यह संदेश भी दिया है कि एकता व शान्ति का कोई विकल्प नहीं है और यही वह जरिया है जिसमें भावी पीढ़ी का उज्जवल भविष्य निहित है। ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 22 से 24 नवम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है। इस वर्ष यह ऐतिहासिक सम्मेलन ‘ए गवर्नेन्स फॉर द फ्यूचर’ थीम पर आधारित है।
इससे पहले, इस ऐतिहासिक सम्मेलन की संयोजिका व सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन के नेतृत्व में सी.एम.एस. छात्रों, शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं ने 56 देशों से पधारे न्यायविदों व कानूनविदों समेत विभिन्न प्रख्यात हस्तियों के सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस में पधारने पर का बैण्ड-बाजे की धुन व फूल-मालाओं के साथ लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया। प्रो. किंगडन ने इस अवसर पर कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि यह ऐतिहासिक सम्मेलन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य हेतु विश्व समाज को एक नई दिशा देने में सफल साबित होगा। सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या श्री निशा पाण्डेय ने न्यायविदों व कानूनविदों का स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन पूरे विश्व में बच्चों के अधिकारों की अलख जगाने में सफल होगा।
स्वागत समारोह की खास बात रही इन प्रख्यात हस्तियों के सम्मान में सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस द्वारा विशेष रूप से ‘डांडिया नाइट’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जहाँ एक ओर सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों ने साथ मिलकर डांडिया नृत्य की सामूहिक प्रस्तुति से सभी को आनंद व उल्लास से सराबोर कर दिया, तो वहीं दूसरी ओर विद्यालय के छात्रों ने रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की अनुपम छटा बिखेरकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस डांडिया नाइट में विभिन्न देशों से पधारे गणमान्य अतिथियों का उत्साह भी देखते ही बनता था। कुल मिलाकर, डांडिया नाइट का यह समारोह सम्पूर्ण समाज में एकता, शान्ति व सौहार्द की भावना को बढ़ावा देने का अभूतपूर्व अवसर साबित हुआ।
सी.एम.एस. के हेड, कम्युनिकेशन्स श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि लखनऊ पधारने से पूर्व 56 देशों के 200 से अधिक मुख्य न्यायाधीशों, कानूनविदों व प्रख्यात हस्तियों ने आज आगरा में विश्व प्रसिद्ध ताजमहल व अन्य ऐतिहासिक इमारतों का दीदार किया एवं भारत की सांस्कृतिक विरासत का सराहा। श्री खन्ना ने बताया कि इस ऐतिहासिक सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन कल, 22 नवम्बर, शुक्रवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे जबकि उप-मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह की गरिमा को बढ़ायेंगे। इसके अलावा, इस ऐतिहासिक सम्मेलन में पधारे विभिन्न देशों के मुख्य न्यायाधीशों व विशिष्ट अतिथियों के सम्मान में ‘स्वागत समारोह’ का आयोजन 22 नवम्बर, शुक्रवार को सायं 5.30 बजे से सी.एम.एस. कानपुर रोड परिसर में किया गया है। केन्द्रीय राज्यमंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सुश्री अनुप्रिया पटेल इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगी जबकि लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खरकवाल समारोह की विशिष्ट अतिथि होंगी।