नई दिल्ली. तमिल सिनेमा के स्टार शिवकार्तिकेयन इन दिनों अपनी ‘अमरन’ फिल्म की सक्सेस को एंजॉय कर रहे हैं. बॉक्स ऑफिस पर ये मूवी धूम मचा रही है और 300 करोड़ से ज्यादा बिजनेस कर चुकी है. शिवकार्तिकेयन ने हाल ही में गोवा में चल रहे 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने अपनी जिंदगी के कई किस्सों को शेयर करते हुए बताया कि वह एक्टिंग की दुनिया में कैसे आए थे.
शिवकार्तिकेयन ने कहा, ‘मेरा पहला मंच मेरे कॉलेज में था, जब मैं इंजीनियरिंग कर रहा था. मेरे दोस्तों ने मुझे मंच पर धकेल दिया और कहा जो भी तुम्हें अच्छा लगे करो, दर्शकों को मजा आना चाहिए बस.’ अभिनेता ने बताया कि कॉलेज के दिनों में वह अपने पिता के निधन के बाद डिप्रेशन का शिकार हो गए थे और उनकी जिंदगी में केवल उदासी रह गई थी.
डिप्रेशन पर कैसे पाया काबू?
शिवकार्तिकेयन ने बताया कि उन्होंने एक मिमिक्री आर्टिस्ट के तौर पर शुरुआत की थी. अभिनेता ने कहा, ‘मैं डिप्रेशन में था और मुझे नहीं पता था कि क्या करना है. डिप्रेशन से बचने के लिए मुझे मेरे दोस्तों ने मंच पर भेज दिया, जहां दर्शकों की तालियां और प्रशंसा मेरे लिए थेरेपी बन गई.’