सोनभद्र। जिलाधिकारी श्री बी0एन0 सिंह द्वारा आज विकास खण्ड बभनी और म्योरपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में किशोरी छात्राओं को एचवीपी वैक्सीन लगाकर टीककरण का शुभारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन के लगाने से सर्वाईकल कैंसर से बचाव करती है और होने वाले जननांग मस्सों जैसे बीमारी नहीं होती है। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्राओं से दुलार करते हुए वार्ता किया और इससे होने वाले फायदे के सम्बन्ध में जानकारी दी, उन्होंने बताया कि इस टीकाकरण से किसी प्रकार की नुकसान नहीं है, यह आपके सुरक्षा के लिए लगाया जा रहा है। इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 अश्वनी कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि मा0 राज्यपाल महोदया जी के प्रेरणा से तथा जिलाधिकारी के प्रयास से जनपद में जीवन रक्षा एच0पी0वी0 वैक्सीन अभियान चलाकर सर्वाईकल कैंसर जागरूकता शिविर के माध्यम से किशोरियों का टीकाकरण करने का कार्य किया जा रहा है। जीवन रक्षा एच0पी0वी0 वैक्सीन अभियान के तहत किशोरियों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ”आओ हम किशोरियां एच0पी0वी0 का टीका लगवायें, प्रदेश व देश को सर्वाईकल कैंसर से मुक्त बनायें” का स्लोगन के माध्यम से जनपद में प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि प्रथम फेज में 100-100 किशोरियों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें प्रथम फेज के प्रथम दिन म्योरपुर और बभनी कस्तुरबा विद्यालय में 50-50 किशोरी छात्राओं का टीकाकरण किया जा रह है, तथा 3 दिन बाद भी फिर दूसरा डोज लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि एच0पी0वी0 वैक्सीन टीकाकरण के लिए आदित्य बिड़ला हिण्डाल्को, हिण्डाल्को कार्बन टेक के सी0एस0आर0 के सौजन्य से जिला स्वास्थ्य विभाग की देख-रेख में दोनों कस्तुरबा विद्यालयों में 50-50 किशोरियों का टीकाकरण करने का कार्य सफलता पूर्वक किया जा रहा है। इस दौरान जिलाधिकारी ने दोनों विद्यालयों के छात्राओं के कक्षों का बारी-बारे से निरीक्षण किये, निरीक्षण के समय भोजनालय कक्ष, किचन, परिसर में साफ सफाई, छात्राओं के रहने की व्यवस्था के स्थिति का जायजा लिये।
इस दौरान जिलाधिकारी ने म्योरपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं के लिए आर0ई0डी0 द्वारा निर्माणाधीन हास्टल व एकेडमी हाल का भी निरीक्षण किये। जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य में उपयोग की जा रही सामग्री को भी जॉचा, जिलाधिकारी ने निर्माण में लगने वाले ईंट को तोड़कर देखा, जिसकी गुणवत्ता ठीक नहीं थी, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित को निर्देशित किया गया कि ईंट की गुणवत्ता खराब है, इस ईंट को प्रयोग में न लाया जाये, बेहतर गुणवत्ता वाला ईंट का प्रयोग किया जाये। इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अश्विनी कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पाण्डेय, खण्ड शिक्षा अधिकारी बभनी प्रेमशंकर राम, डा.राजन सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।