अनपरा/सोनभद्र। थाना अनपरा परिक्षेत्र में स्थित उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड ने 40 वैगन के इस रैक को बनाने का आदेश वर्ष 2022 में ही हो गया था जिसकी कुल लागत लगभग 16 करोड़ रुपए थी, परन्तु बीच में कुछ तकनीकी दिक्कत की वजह से इसकी सप्लाई नहीं हो पा रही थी। लेकिन निगम प्रबंधन,अनपरा परियोजना प्रमुख तथा संबंधित उच्च अधिकारियों के सतत प्रयास से इस 40 वैगन की रैक की सप्लाई अनपरा के लिए हो गई है। यह वैगन विशेष रूप से नीचे से अनलोडिंग की सुविधा के साथ बनाया गया है। प्रत्येक वैगन 60 टन ग्रेडेड कोयला ले जा सकता है। यह ईंधन सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करता है तथा रेक प्रतिधारण समय को कम करने में मदद करता है।
गुरुवार को परियोजना प्रमुख इं जेपी कटियार ने महाप्रबंधक अ एवं ब इं दूधनाथ, महाप्रबंधक प्रशासन इं निखिल चतुर्वेदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में विधिविधान से पूजा अर्चना करके वैगनों की अनलोडिंग और ट्रायल ऑपरेशन का उद्घाटन किया तथा खड़िया की खदान से कोयला लाने हेतु इस नए रैक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य महाप्रबंधक इं जेपी कटियार ने कहा कि अनपरा परियोजना के लिए एमजीआर के माध्यम से कोयला लाने के लिए 40 वैगन की एक रैक बढ़ जाने से कोयले की आपूर्ति में वृद्धि होगी,जिससे परियोजना की रेलवे के रैक पर निर्भरता कम होगी साथ ही मालभाड़े के मद में खर्च अब कम करना होगा और परियोजना को लाभ होगा।

इस दौरान इं एसपी यादव, इं कर्मेंद्र सिंह, इं आर.के. सिंह, इं चन्द्र विजय, इं प्रभाकर सिंह, इं योगेंद्र मौर्या, इं आरपी यादव, इं अदालत वर्मा, इं अमरनाथ यादव, इं बृजेंद्र सिंह, इं प्रमेंद्र चौधरी, इं सुशील सिंह, मनोज पाल, सलाउद्दीन अंसारी सहित दर्जनों अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।