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Suniel Shetty: पहलगाम में हुए हिंदू नरसंहार के बाद लोग कश्मीर पर्यटक कश्मीर जाने से डर रहे हैं. ऐसे में सुनील शेट्टी ने लोगों से नफरत और डर के जाल में न फंसने की अपील की. ‘केसरी वीर’ एक्टर ने कहा कि अगर उन्हें…और पढ़ें
सुनील शेट्टी इन दिनों फिल्म ‘केसरी वीर’ को लेकर सुर्खियों में हैं.
हाइलाइट्स
- सुनील शेट्टी ने कश्मीर में छुट्टियां बिताने की अपील की.
- कश्मीर हमारा था, है और रहेगा: सुनील शेट्टी.
- नफरत और डर के जाल में न फंसने की अपील.
नई दिल्ली. पहलगाम में 22 अप्रैल को जो खूनी मंजर देखने को मिला, उसके बाद हर कोई कश्मीर जाने से तौबा कर रहा है. इस बीच हाल ही में नाना बने ‘केसरी वीर’ एक्ट
सुनील शेट्टी ने लोगों से कश्मीर घाटी में अपनी अगली छुट्टियां बिताने की अपील की है ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके और आतंकवादियों को दिखाया जा सके कि ‘हम उनसे डरते नहीं हैं’. अन्ना ने अपनी बात रखते हुए कहा, ‘कश्मीर हमारा था, है और हमेशा रहेगा.’
लता दीनानाथ मंगेशकर अवार्ड 2025 समारोह के दौरान मीडिया से बात करते हुए, सुनील शेट्टी ने लोगों से नफरत और डर के जाल में न फंसने की अपील की.
जाल में नहीं फंसना, एकजुट रहना है
उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए, मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है. परमात्मा सब कुछ देखेगा और जवाब देगा. अभी, हमें भारतीयों के रूप में एकजुट रहना है. हमें उन लोगों के जाल में नहीं फंसना चाहिए जो डर और नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि एकजुट रहना चाहिए. हमें दिखाना है कि कश्मीर हमारा था, हमारा है, और हमेशा हमारा ही रहेगा. इसलिए सेना, नेता और सभी इस कोशिश में शामिल हैं.’
हमारी अगली छुट्टी कश्मीर में ही होगी
सुनील शेट्टी ने कहा कि भारतीय नागरिकों के रूप में हमें अपनी अगली छुट्टी कश्मीर में बिताने की योजना बनानी चाहिए. सुनील ने कहा, ‘हमें नागरिकों के रूप में एक ही काम करना है, हमें यह तय करना है कि आज से हमारी अगली छुट्टी कश्मीर में ही होगी और कहीं नहीं होगी. उन्हें यह दिखाना है कि हमें डर नहीं है, और वास्तव में डर है ही नहीं.’
हम कश्मीर जरूर आएंगे
उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने अधिकारियों से बात की है और अगर उन्हें कश्मीर जाने के लिए कहा जाए तो वे तैयार हैं. मैंने खुद सामने से फोन करके कहा है कि अगर कल आपको लगता है कि हमें वहां आना है, पर्यटक के रूप में या कलाकार के रूप में हमें वहां शूटिंग करनी है या घूमने जाना है, हम जरूर आएंगे. जो कश्मीरी बच्चे हैं, उनमें उनकी कोई गलती नहीं है.
22 अप्रैल को हुआ था दर्दनाक हादसा
आपको बता दें कि आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. इस घटना के बाद से देशभर में रोष है.