बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। कोल इंडिया की प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी हड़ताल को ऐतिहासिक सफल बनाने के लिए सीटिया (सीटू) द्वारा श्रमिकों को जागरूक करने का अभियान तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में ककरी श्रमिक मनोरंजन केंद्र में आमसभा का आयोजन किया गया। इस आमसभा में सीटिया (सीटू) के राष्ट्रीय महासचिव बी.के. पटेल मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि मजदूर वर्ग और कोल इंडिया जैसे सार्वजनिक उपक्रम के कर्मचारी एक बड़े संकट से गुजर रहे हैं। सरकार द्वारा उद्योगों का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है और कोयला खदानें कॉर्पोरेट घरानों के हवाले की जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मज़दूर विरोधी चार श्रम संहिताएं जबरन लागू कर मज़दूरों के अधिकार छीने जा रहे हैं, 8 घंटे का कार्यदिवस बढ़ाकर 12 घंटे किया जा रहा है और यूनियनों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर भी अंकुश लगाया जा रहा है।
हड़ताल की मुख्य मांगें:
चारों श्रम संहिताएं रद्द हों
12 घंटे कार्यदिवस की नीति वापस ली जाए
कोल इंडिया सहित सभी क्षेत्रों में निजीकरण बंद हो
एनपीएस समाप्त कर ओपीएस लागू किया जाए
स्कीम वर्कर्स को ₹28,000 मासिक मानदेय और स्थाई कर्मचारी का दर्जा मिले
असंगठित क्षेत्र के कर्मियों को ग्रेच्युटी, पेंशन, बीमा और स्वास्थ्य लाभ मिले
महंगाई व बेरोजगारी पर नियंत्रण किया जाए
सभी श्रमिकों को निष्पक्ष और बाधा रहित मतदान का अधिकार मिले

सभा में वक्ताओं ने कहा कि 9 जुलाई की यह हड़ताल श्रमिक एकता का प्रतीक होगी और मज़दूरों के हक में निर्णायक कदम साबित होगी। सभा में सीटिया (सीटू) एनसीएल ज़ोन अध्यक्ष श्री प्रकाश पटेल, महामंत्री अरविंद शाह, कोषाध्यक्ष विजय कुमार झा, शाखा सचिव एवं संयुक्त महामंत्री प्रशांत सिंह, संगठन मंत्री ललित कुमार, बीना शाखा अध्यक्ष मनोज शर्मा, सचिव सत्य प्रकाश, कृष्ण शिला शाखा सचिव रामआसरे पटेल सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी और भारी संख्या में कर्मी साथी मौजूद रहे।