ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज
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इस्राइल और हमास के बीच गाजा में युद्ध जारी है। इस बीच एक इस्राइली हवाई हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई। इन्हीं मृतकों की सूची में एक नाम जोमी फ्रैंककॉम (43) का भी है, जो वर्ल्ड सेंट्रल किचन के छह अंतरराष्ट्रीय सहायता कर्मियों में से एक था। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने हमले की पुष्टि की है। बता दें, फ्रैंककॉम के पिता ऑस्ट्रेलियाई नागरिक थे तो वहीं उनकी माता भारत के मिजोरम राज्य की थी।
इस्राइली प्रधानमंत्री ने भी मानी गलती
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बानीज ने फ्रैंककॉम की मौत के लिए इस्राइली सरकार को जवाबदेह माना है। उन्होंने कहा कि फ्रैंककॉम गाजा में चैरिटी के लिए स्वेच्छा से काम कर रहा था। सहायता कर्मियों की मौत होना पूरी तरीके से अस्वीकार्य है। इसके अलावा, इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी यह स्वीकार किया है कि इस्राइली सुरक्षा बलों के हमले में सात सहायता कर्मियों की भी मौत हुई है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से गाजा पट्टी में निर्दोष लोगों पर हमला हुआ है। हमारी सेना से यह हमला अनजाने में हुआ है। भविष्य में यह गलती न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।
दीर अल-बलाह गोदाम से निकालते वक्त हमला
गाजा में स्थापित फूड चैरिटी के संस्थापक और सेलेब्रिटि शेफ जोस एंड्रेस ने कहा कि हम क्षेत्र में अपने परिचालन को तुरंत निलंबित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने आईडीएफ के साथ समन्वय किया था। बावजूद इसके हमारे काफिले पर हमला हुआ। बता दें, हमला तब हुआ, जब काफिला दीर अल-बलाह गोदाम से निकल रहा था। दीर अल-बलाह गोदाम पर दल ने समुद्री मार्ग से गाजा पहुंचे 100 टन से अधिक मानवीय खाद्य सहायता उतारी थी। इसी दल के काफिले में फ्रैंककॉम भी शामिल थे, जिनकी हमले में मौत हो गई थी। बताते चलें कि मारे गए सात लोगों में ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और कनाडा के दोहरे नागरिक शामिल हैं।
हमले के यह तीन कारण
हमास ने कहा कि ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। हमास ने कहा कि इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।