CISF
– फोटो : Amar Ujala
विस्तार
लोकसभा चुनाव में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की ड्यूटी को लेकर एक विचित्र आदेश सामने आया है। मामला बिहार का है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय समस्तीपुर, की तरफ से चुनावी ड्यूटी पर आए सीआईएसएफ जवानों से कहा गया कि आपका कार्य संतोषजनक नहीं है। तीन थाना क्षेत्रों में सीआईएसएफ जवानों द्वारा रोजाना छापा मारा जा रहा है। अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है। जो भी कर्मी अपनी ड्यूटी अच्छे से करेंगे, उन्हें जिलाधिकारी, समस्तीपुर के स्तर से सम्मानित किया जाएगा। जिनका काम ठीक नहीं होगा, उनकी जिम्मेदारी तय होगी। जब यह मामला बढ़ने लगा तो सीआईएसएफ के आईजी ने एसपी समस्तीपुर को अपने पत्र के माध्यम से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की चुनावी ड्यूटी के बारे में जारी दिशा निर्देशों एवं नियमों की जानकारी दे दी।
तीन थाना क्षेत्रों में छापेमारी की ड्यूटी
पुलिस अधीक्षक कार्यालय, समस्तीपुर द्वारा 21 मार्च को दलसिंहसराय के आरबी कालेज में स्थित सीआईएसएफ कंपनी 391/574बी के बटालियन कमांडर को एक पत्र भेजा गया था। वह पत्र, लोकसभा चुनाव में सीएपीएफ बलों के द्वारा किए जाने वाले कार्यों का फलाफल संतोषजनक नहीं पाए जाने के संबंध में लिखा गया था। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने लिखा, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस कंपनी के तीन प्लाटून प्रत्येक दिन, तीन अनुमंडल के तीन थाना क्षेत्रों में छापामारी कर रही है। इस छापामारी का फलाफल संतोषजनक नहीं है। मतलब, नतीजे अच्छे नहीं मिल रहे। सीआईएसएफ के बटालियन कमांडर को लिखे पत्र में पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने कहा, आपके आगमन के साथ ही आपको फरार लोगों/ अपराधियों/वांछितों एवं वारंटियों की सूची उपलब्ध करा दी गई थी।
बलकर्मियों की जिम्मेदारी तय होगी
निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में सूची के अनुसार, अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है। उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार, अपराधियों की गिरफ्तारी 31 मार्च 2024 तक करना जरुरी है। स्थानीय थाना से सहयोग लेकर अधिकतम गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। इस मामले में जो भी कर्मी अच्छा काम करेंगे, उन्हें जिलाधिकारी, समस्तीपुर के स्तर से सम्मानित किया जाएगा। अगर नतीजा ठीक नहीं मिला तो ऐसे अधिकारियों व कर्मियों की जिम्मेदारी तय होगी।