कारोबारी की हत्या
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आगरा में केमिकल कारोबारी दिलीप गुप्ता की हत्या कर बदमाशों ने 600 ग्राम सोना और 20 लाख रुपये नकदी लूटा था। भागते समय बदमाश 125 ग्राम सोने के जेवरात से भरा थैला फेंक गए थे। जिसे पुलिस ने जांच के नाम पर अपने कब्जे में ले लिया था। अमर उजाला में बृहस्पतिवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने पर पुलिस ने पीड़ित परिवार को थाने बुलाकर थैला दे दिया। कहा कि फिंगर प्रिंट लेने थे, इसलिए थैला लेकर आए थे।
दिलीप गुप्ता के घर में नौकर लोकेश तीन बदमाश लेकर आया था। कारोबारी की हत्या के बाद पत्नी लता गुप्ता पर हमला किया था, लूटपाट की थी। लता ने बताया था कि बदमाश 600 ग्राम सोने के जेवरात और 20 लाख रुपये 4 बैग में ले गए थे।
भागते समय एक थैला घर के बाहर फेंक गए थे, जिसमें तकरीबन 125 ग्राम सोने के जेवरात थे। इसे रिश्तेदार ने अलमारी में रख दिया था। पुलिस एक अधिकारी के साथ आई और थैले को अलमारी से निकलवा कर अपने साथ ले गई थी।
इस संबंध में परिवार के लोगों ने सवाल उठाए थे। कारोबारी के बेटे सुमित ने बताया कि बृहस्पतिवार को थाने से फोन आया। पुलिस ने कहा थाने आ जाओ। वह रिश्तेदारों के साथ पहुंचे। पुलिस ने उन्हें जेवरात का थैला दिया। वीडियो बनाया। कहा कि वही जेवरात हैं, जो घर में थे। इस पर उन्होंने संतुष्टि जाहिर की।
फिंगर प्रिंट लेने थे…
पुलिस का कहना था कि जेवरात के बैग और डिब्बे पर बदमाशों के फिंगर प्रिंट थे। फिंगर प्रिंट लेने के लिए थैला ले गए थे। हालांकि परिवार वाले सवाल कर रहे थे कि बदमाशों ने दरवाजा, अलमारी और अन्य सामान को छूआ था। मगर, सिर्फ जेवरात ही क्यों लेकर गई थी?