Papmochani Ekadashi Parana Time: पापों का नाश करने वाली पापमोचनी एकादशी आज है, शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के दिन करना चाहिए क्योंकि एकादशी व्रत 24 घंटे किया जाता है और अगले दिन शुभ मुहूर्त में ही खोला जाता है.
पापमोचनी एकादशी व्यक्ति को समस्त कुयोनि से मुक्ति दिलाकर मोक्ष प्रदान करती है इसलिए जिन लोगों ने एकादशी व्रत किया वह पारण में कुछ खास बातों का जरुर ध्यान रखें नहीं तो व्रत सफल नहीं होता है. जानें पापमोचनी एकादशी व्रत पारण का समय, विधि
पापमोचनी एकादशी 2024 व्रत पारण मुहूर्त (Papmochani Ekadashi 2024 Parana Time)
पंचांग के अनुसार पापमोचनी एकादशी का व्रत पारण 6 अप्रैल 2024 को सुबह 06 बजकर 05 मिनट से सुबह 08 बजकर 37 मिनट पर किया जाएगा. इस दिन द्वादशी तिथि सुबह 10.19 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. इससे पहले ही एकादशी व्रत खोल लें.
पापमोचनी एकादशी व्रत पारण कैसे करें (Papmochani Ekadashi Vrat Parana vidhi)
घर के मंदिर में सबसे पहले गणेश जी और विष्णु जी का अभिषेक करें. उन्हें खीर, हलवे का भोग लगाएं और ब्राह्मण भोजन कराएं, यथाशक्ति दान-दक्षिणा देकर विदा करें. फिर सबसे पहले एकादशी के दिन पूजा में चढ़ाएं प्रसाद को ग्रहण करें और फिर सात्विक भोजन का सेवन करें. इस दिन भूल से भी तामसिक भोजन न खाएं.
एकादशी व्रत पारण में न करें ये गलती
पापमोचनी एकादशी व्रत का पारण अगर विधि पूर्वक न किया जाए तो व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता. जरा सी चूक जातक को पाप का भागी बना सकती है. ऐसे में व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में ही करें. एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले ही कर लेना चाहिए. ऐसा न करने पर व्रती की पूजा, व्रत व्यर्थ चला जाता है और उसे दोष लगता है. हरि वासर में भी व्रत का पारण करना वर्जित है. द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई तिथि को हरि वासर कहा जाता है.
किसी कारण तिथियों के घटने या बढ़ जाने के कारण द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले ही समाप्त हो जाए, तो ऐसी स्थिति में आपको सूर्योदय के बाद ही पारण करना चाहिए.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.