सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेताओं का अहंकार उनके सिर चढ़कर बोल रहा है। भाजपाई सत्ता के मद में नैतिकता और अनैतिकता में भेद नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा का लोकतंत्र, संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था में भरोसा नहीं है। वह समाज में भेदभाव करती है और नफरत फैलाती है। विपक्ष को अपमानित कर देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रदूषित करती है। चुनाव में हार के डर से पूरी भाजपा में बौखलाहट है।
मंगलवार को जारी बयान में अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर शीर्ष नेता तक भाषा की मर्यादा को भूल गए हैं। विरोधी दलों और नेताओं पर झूठे आरोप लगाना उनका स्वभाव है। भाजपा का उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से ध्यान हटाकर जनता को भ्रमित करना है। दस साल में भाजपा सरकार ने जनता की समस्याओं पर कोई काम नहीं किया। पूरे देश में भाजपा के खिलाफ भारी अंसतोष है।
जनता भाजपा के खिलाफ सपा और इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान को तैयार है। भाजपा सब जगह हार रही है। तमाम संगठन भाजपा को हराने और सत्ता से हटाने का संकल्प ले रहे है। इसीलिए भाजपा के नेता समाज को बांटने और नफरत फैलाने के एजेंडे पर आ गए हैं। भाजपा के पास जनता को बताने के लिए कोई काम नहीं है।